
डायबिटीज यानी मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए डाइट सबसे महत्वपूर्ण होती है। थोड़ा सा भी लापरवाह व्यवहार ब्लड शुगर लेवल को बिगाड़ सकता है। इसलिए यह सवाल अक्सर सामने आता है कि क्या मीठे फलों जैसे चीकू का सेवन मधुमेह में सुरक्षित है या नहीं। इस विषय पर ब्लूम क्लिनिक्स, द्वारका की आयुर्वेदिक डॉक्टर और न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. अंजना कालिया ने उपयोगी जानकारी साझा की है।
क्या डायबिटीज के रोगी खा सकते हैं चीकू?
डॉ. अंजना कालिया के अनुसार, सभी फल सेहत के लिए लाभकारी होते हैं, लेकिन मधुमेह से ग्रसित व्यक्तियों के लिए हर फल समान रूप से उपयुक्त नहीं होता। चीकू एक ऐसा फल है जिसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स मध्यम श्रेणी में आता है – यानी करीब 55 से 65 के बीच। इसका मतलब यह है कि चीकू खाने से ब्लड शुगर लेवल में हल्का-फुल्का इज़ाफा हो सकता है।
इसलिए यदि किसी व्यक्ति का ब्लड शुगर लेवल पूरी तरह नियंत्रण में है, तो वह सीमित मात्रा में कभी-कभार चीकू खा सकता है। यह फल फाइबर, फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। फिर भी किसी भी तरह के सेवन से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना ज़रूरी है, खासकर अगर व्यक्ति लंबे समय से डायबिटीज से पीड़ित है।
किन लोगों के लिए फायदेमंद है चीकू?
1. पाचन तंत्र को मजबूत करता है
चीकू में मौजूद घुलनशील फाइबर पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज से राहत देता है। यह आंत की सफाई करता है और मल त्याग को नियमित बनाए रखता है।
2. हड्डियों को मजबूत करता है
इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस और मैग्नीशियम जैसे खनिज पाए जाते हैं, जो हड्डियों की मजबूती और विकास के लिए आवश्यक हैं। नियमित रूप से चीकू खाने से हड्डियों से संबंधित समस्याएं कम हो सकती हैं।
3. आंखों के लिए फायदेमंद
चीकू में विटामिन A और बीटा-कैरोटीन पाया जाता है, जो आंखों की रोशनी को बनाए रखने और रतौंधी जैसी समस्याओं को रोकने में मदद करता है। यह आंखों की उम्र से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को भी कम करता है।
4. त्वचा को बनाता है जवां और चमकदार
इस फल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन E त्वचा के लिए वरदान साबित होते हैं। यह कोलेजन के निर्माण को प्रोत्साहित करता है, जिससे त्वचा की लचीलापन बढ़ती है और झुर्रियां कम होती हैं। नतीजतन, चेहरा ज्यादा ताजगी और चमक से भर जाता है।
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