img

Chanakya Niti: चाणक्‍य एक कुशल राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री थे। चाणक्य ने समाज को प्रभावित करने वाली हर चीज़ का गहन अध्ययन किया। जिसमें वह बताते हैं कि किस चीज से व्यक्ति को नुकसान होता है और किस चीज से व्यक्ति को फायदा होता है। आचार्य चाणक्य ने यह भी बताया है कि किन बातों का जिक्र दूसरों से नहीं करना चाहिए। आइए जानें कि चाणक्य ने कौन सी बातें दूसरों को बताने से मना किया था। आइए जानें कि चाणक्य ने अपनी चाणक्य नीति में दूसरों को क्या साझा करने से मना किया है।

चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ने कहा है कि डर के मारे समस्या के बारे में हर किसी को नहीं बताना चाहिए, क्योंकि ऐसा करना ठीक नहीं है। इसकी वजह से हम खुद को नुकसान पहुंचाते हैं. आप दूसरों को अपना मानते हैं और उन्हें अपनी समस्याएं बताते हैं मगर वे इतने खुले नहीं हैं या उनके पास आपके बारे में सोचने के लिए पर्याप्त समय नहीं है। इसलिए वे आपकी उपेक्षा करते हैं।

आचार्य कहते हैं कि जीवन में कई बार आपकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो जाती है। ऐसे वक्त में आपको अपनी स्थिति किसी और के साथ साझा नहीं करनी चाहिए। बार-बार आपकी खराब आर्थिक स्थिति के बारे में चर्चा करने से लोग आपकी स्थिति पर हंसने लगते हैं। इसलिए ऐसी स्थिति आने पर ये सारी बातें उन्हीं से शेयर करें जिन पर आपको पूरा भरोसा हो।

चाणक्य कहते हैं कि पुरुष को अपनी पत्नी के बारे में किसी दूसरे से बात नहीं करनी चाहिए, क्योंकि पति का सम्मान पत्नी के चरित्र से जुड़ा होता है और उसका अपमान करना पति का अपमान करना है।

चाणक्य के अनुसार, संकट के वक्त में आपको अपने पारिवारिक मामलों को लोगों के साथ साझा करने से बचना चाहिए, क्योंकि अगर बाहरी लोगों को आपके घर के बारे में छोटी से छोटी बात भी पता चलती है, तो वे आपके विरुद्ध योजना बनाना शुरू कर देते हैं। इसके बाद वो आपके घर में नफरत फैलाने की कोशिश करते हैं. इस वजह से आप एक-दूसरे से बहस करते हैं।

--Advertisement--