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दुनिया अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध में उलझी हुई है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने अन्य देशों पर भी टैरिफ लगाया है। इस वजह से, ये देश संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ गठबंधन करने पर विचार कर रहे हैं। चीन ने इन देशों को धमकी दी है। चीन ने इन देशों को चेतावनी दी है कि अमेरिका के साथ व्यापार समझौता बीजिंग को नुकसान पहुंचाएगा और यदि वे ऐसा करते हैं तो वह उनके विरुद्ध कार्रवाई करेगा।
यह चेतावनी उन देशों को दी गई है जो संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ व्यापार समझौते करने पर विचार कर रहे हैं। भारत भी इसमें आता है। चीन के साथ व्यापार कम करने के बदले में अमेरिका अन्य देशों पर लगाए गए टैरिफ में राहत की पेशकश कर सकता है। अंततः सभी देश अपना-अपना लाभ देखना चाहते हैं। इन देशों को तभी लाभ होगा जब वस्तुओं का आदान-प्रदान जारी रहेगा। क्योंकि ये देश अपनी आजीविका संयुक्त राज्य अमेरिका से आयात की तुलना में संयुक्त राज्य अमेरिका को अधिक माल निर्यात करके कमाते हैं। हालांकि, अब जब चीन ने ऐसी चेतावनी जारी कर दी है तो सवाल उठ रहा है कि इन देशों को क्या करना चाहिए और किस महाशक्ति के आगे झुकना चाहिए।
चीन सभी पक्षों द्वारा समान आधार पर वार्ता के माध्यम से संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपने आर्थिक और व्यापारिक मतभेदों को सुलझाने की आवश्यकता का सम्मान करता है। लेकिन अगर ऐसे समझौतों के कारण हमें नुकसान होगा तो हम चुप नहीं रहेंगे। उसने चेतावनी दी है कि इन देशों के विरुद्ध जवाबी कार्रवाई की जाएगी।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा है कि यदि ऐसा कोई समझौता होता है तो चीन उसे कभी स्वीकार नहीं करेगा तथा इसका जवाब सख्त एवं समान तरीके से देगा। चापलूसी से शांति नहीं आएगी और समझौतों का सम्मान नहीं किया जाएगा। चीन ने कहा है कि अमेरिकी दबाव के आगे झुकना उनके लिए मूर्खता होगी।
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