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Up Kiran, Digital Desk: हरियाणा के नूंह जिले के मुंडाका गांव में मंगलवार शाम को एक मामूली विवाद अचानक हिंसक संघर्ष का रूप ले लिया। यह झगड़ा तब शुरू हुआ जब गांव के दो पक्षों के बीच सड़क पर गाड़ी खड़ी करने को लेकर कहासुनी हुई। धीरे-धीरे मामला बढ़ता गया और पथराव व कांच की बोतलों के हमले तक जा पहुंचा। इस हिंसक भिड़ंत में कई लोग घायल हो गए, साथ ही एक मोटरसाइकिल और एक झुग्गी जैसी दुकान आग की भेंट चढ़ गई। हालांकि, बुधवार को प्रशासन और पुलिस की कड़ी निगरानी के कारण इलाके में शांति का माहौल फिर से लौट आया है।

मौके पर पहुंची फिरोजपुर झिरका थाना पुलिस ने स्थिति को काबू में करने की कोशिश की, लेकिन तनाव बढ़ता देख अतिरिक्त पुलिस बल और डीएसपी रैंक के अधिकारी बुलाए गए। फिलहाल पूरे गांव को पुलिस ने घेर लिया है और वहां सख्त सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी गई है।

विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
गांव के सरपंच रामसिंह सैनी ने बताया कि यह झगड़ा पास के हाजीपुर गांव के इसरा के बेटे और मुंडाका गांव के समय सिंह के बीच तब हुआ जब इसरा के बेटे ने सड़क के बीच अपनी गाड़ी रोक दी थी। समय सिंह ने गाड़ी हटाने को कहा, जिससे दोनों में तकरार हुई। बताया जा रहा है कि इसी दौरान इसरा के बेटे ने समय सिंह पर कांच की बोतल से हमला कर दिया। इसके बाद दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए और मामला हिंसक हो गया। सरपंच ने कहा कि करीब दस लोग घायल हुए हैं। उन्होंने यह भी साफ किया कि विवाद को गलत तरीके से धार्मिक रंग देने की कोशिश की गई, जिसे पुलिस ने समय रहते रोक दिया।

पुलिस अधिकारी क्या कहते हैं?
एसपी राजेश कुमार ने स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि यह झगड़ा केवल गाड़ी खड़ी करने को लेकर दो युवकों के बीच हुआ था, जिसे बाद में बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया गया। उन्होंने कहा कि फिलहाल हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं और घायलों को तुरंत प्राथमिक इलाज मुहैया कराया गया है। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई जारी है। एसपी ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और अफवाहों से बचें। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि हिंसा भड़काने वालों और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

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