
Up Kiran, Digital Desk: आंध्र प्रदेश में पर्यावरण को बचाने और प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। यहाँ के कलेक्टर ने नागरिकों, दुकानदारों और आम जनता से 'सिंगल-यूज़ प्लास्टिक' (एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक) का उपयोग कम करने या पूरी तरह बंद करने की अपील की है। यह अपील पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
कलेक्टर ने जोर देकर कहा कि प्लास्टिक पर्यावरण के लिए कितना खतरनाक है। उन्होंने बताया कि प्लास्टिक दशकों तक नष्ट नहीं होता और धरती, जल और जीव-जंतुओं के लिए बड़ा खतरा बन गया है। उनका कहना था कि हम सभी को अपनी दैनिक आदतों में बदलाव लाना होगा ताकि एक स्वच्छ और स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने खासकर प्लास्टिक की पानी की बोतलें, दूध के पैकेट, प्लास्टिक बैग और प्लास्टिक के कॉफी-चाय के कप जैसी चीजों का जिक्र किया, जिनका उपयोग हम अक्सर एक बार करते हैं और फिर फेंक देते हैं। इन चीजों से भारी मात्रा में कचरा पैदा होता है जो पर्यावरण को दूषित करता है।
कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की कि वे अपने साथ स्टील की पानी की बोतलें, कपड़े के थैले और दोबारा इस्तेमाल हो सकने वाले कप लेकर चलें। दुकानदारों से भी पॉलीथीन बैग का उपयोग बंद करने और ग्राहकों को पर्यावरण-अनुकूल विकल्प अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि हर नागरिक को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। यह पहल केवल सरकारी आदेश नहीं, बल्कि एक स्वस्थ और स्वच्छ भविष्य के लिए सामूहिक प्रयास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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