Up Kiran, Digital Desk: 2025 में दीपावली का त्योहार पारंपरिक जोश के साथ मनाया जाएगा। उत्सव की शुरुआत धनतेरस से होगी, जो इस साल 18 अक्टूबर यानी शनिवार को पड़ रहा है। इसके बाद 20 अक्टूबर, सोमवार को दिवाली की मुख्य रात लक्ष्मी पूजा का विशेष आयोजन होगा।
धनतेरस के दिन शाम 7:16 बजे से रात 8:20 बजे तक पूजा का शुभ मुहूर्त है। कुछ स्थानों पर प्रदोष काल के तहत यह समय शाम 7:27 से 8:49 बजे तक बढ़ाया गया है। प्रदोष काल शाम के शुभ समय के रूप में माना जाता है, जो लगभग 6:13 बजे से 8:49 बजे तक चलता है।
बड़े शहरों जैसे बेंगलुरु में यह मुहूर्त शाम 7:39 से 8:25 बजे तक है। दिल्ली, मुंबई जैसे मेट्रो क्षेत्र भी 7:16 से 8:20 बजे के बीच पूजा करते हैं। इस दौरान भक्त लक्ष्मी-कुबेर की पूजा, दीयों की रौशनी और सोने-चांदी की खरीदारी करते हैं।
दिवाली की मुख्य रात 20 अक्टूबर को लक्ष्मी पूजा का शुभ समय शाम 7:08 से रात 8:18 बजे तक रहेगा। इस समय परिवार पहले गणेश पूजा करते हैं, उसके बाद लक्ष्मी-कुबेर पूजा की जाती है। साथ ही, रंगोली, मिठाइयों और भक्ति गीतों के साथ त्योहार मनाया जाता है।
ध्यान रखें कि ये समय द्रिक पंचांग पर आधारित हैं और हर शहर के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकते हैं। अपने इलाके के स्थानीय पंचांग या मंदिर से पूजा का सही समय जरूर जांच लें।
धनतेरस की तिथि कभी-कभी 18 अक्टूबर की प्रातः 2:48 बजे से शुरू होकर 19 अक्टूबर तक चल सकती है। इसलिए पूजा मुहूर्त के लिए सही समय का ध्यान रखना आवश्यक है।

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