Up Kiran, Digital Desk: आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) को तापमान के बराबर बताने वाले बयान की कड़ी आलोचना की। केजरीवाल ने सवाल उठाया, "यह नया विज्ञान कब आया?" उनके अनुसार, मुख्यमंत्री ने अप्रत्यक्ष रूप से यह स्वीकार किया कि AQI मॉनिटर के पास प्रदूषण की रीडिंग को छिपाने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है।
केजरीवाल का आरोप: "सच्चाई छिपाने की कोशिश"
अरविंद केजरीवाल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि रेखा गुप्ता ने यह स्वीकार किया है कि जहां भी AQI मॉनिटर लगाए गए हैं, वहाँ प्रदूषण के स्तर को कम दिखाने के लिए पानी छिड़कने का काम हो रहा है। केजरीवाल ने कहा, "मुख्यमंत्री ने खुद मान लिया है कि ये आंकड़े छिपाए जा रहे हैं और दिल्लीवासियों को प्रदूषण की असली स्थिति नहीं बताई जा रही है।"
भारी प्रदूषण और सरकार का बचाव
दिल्ली में वायु गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, सोमवार को दिल्ली का AQI 'बेहद खराब' श्रेणी में रहा, जो 314 दर्ज किया गया। एक दिन पहले यह आंकड़ा 308 था। प्रदूषण को लेकर खतरे की घंटी बजाते हुए, मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि अगले कुछ दिनों में AQI और भी गंभीर स्तर तक पहुँच सकता है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि दिल्ली के प्रदूषण हॉटस्पॉट्स में पानी छिड़कना एक उपाय है। उनका कहना था, "यह एक सामान्य प्रक्रिया है, जहां प्रदूषण का स्तर अधिक होता है, वहाँ पानी छिड़कना प्रदूषण को नियंत्रित करने का एक तरीका है।" गुप्ता ने कहा कि AQI तापमान के समान कार्य करता है और उसे नियंत्रित करने के लिए यह तरीका अपनाया जाता है।
विपक्ष का हमला: "आंकड़ों को छिपाना"
रेखा गुप्ता के बयान के बाद, विपक्ष ने दिल्ली सरकार पर जोरदार हमला बोला। आप ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार प्रदूषण के स्तर को छिपाने के बजाय उसे सुधारने के उपायों पर ध्यान नहीं दे रही है। इसके अलावा, BJP ने भी आरोप लगाया कि सरकार इस गंभीर मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रही है और प्रदूषण से जुड़े आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ कर रही है।
_47839817_100x75.png)
_1095447294_100x75.png)


