_350894892.png)
साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं ने अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नया मोड़ लिया है। हाल ही में बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के पहाड़पुर स्थित सिसवा बाजार में साइबर थाना की पुलिस ने एक बड़े साइबर फ्रॉड गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात के निर्देश पर चलाए गए इस ऑपरेशन में छह अपराधियों को अरेस्ट किया गया है जिनके पास से कई अहम सबूत मिले हैं। ये गिरोह न सिर्फ हिंदुस्तान में बल्कि नेपाल और पाकिस्तान तक अपने नेटवर्क को फैलाए हुए था।
पुलिस ने बरामद किए अहम सबूत
पुलिस ने इस गिरोह के पास से जो सामग्री बरामद की है वह किसी बड़े अपराध नेटवर्क का खुलासा करती है। अपराधियों के पास से 10 स्मार्टफोन एक कीपैड फोन 8 एटीएम कार्ड 19 सिम कार्ड अलग अलग बैंकों के 15 पासबुक और 66400 रुपये नगद मिले हैं। इसके अलावा इन साक्ष्यों से यह भी पता चला है कि देश के कई राज्यों में इन सिम कार्ड और पासबुक के जरिए साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज की गई थीं।
गिरोह का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क
अरेस्ट किए गए आरोपियों में पहाड़पुर के सिसवा बाजार के अभिमन्यु कुमार उर्फ लालू इमामुद्दीन अंसारी क्यामू अंसारी सहजाद आलम सरवर सुलतान और मनोवर आलम शामिल हैं। इन लोगों ने पूछताछ के दौरान यह खुलासा किया कि उनका नेटवर्क नेपाल और पाकिस्तान तक फैला हुआ था। इसके साथ ही पुलिस को इस गिरोह के मास्टरमाइंड मोहम्मद इब्राहिम का नाम भी पता चला है जो विदेश में बैठकर इस अपराध को अंजाम दे रहा था।
एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि यह गिरोह करोड़ों की ठगी करने के लिए क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करता था। अपराधी बिमेन एप से यूएसडीटी में क्रिप्टो करेंसी बदलते थे और फिर उसे यूएस डॉलर में तब्दील कर क्रिप्टो ट्रेडिंग करते थे। इसके जरिए वे कई देशों में ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे।