
Up Kiran, Digital Desk: हाल के दिनों में भारतीय विमानन क्षेत्र से यात्रियों की चिंता बढ़ाने वाली कुछ खबरें सामने आई हैं। देश की दो प्रमुख एयरलाइंस, इंडिगो और एयर इंडिया एक्सप्रेस की कई उड़ानें तकनीकी गड़बड़ी या सुरक्षा कारणों से या तो अपने गंतव्य से पहले ही मोड़ दी गईं या उन्हें वापस लौटना पड़ा। इन घटनाओं ने विमानन सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इंडिगो फ्लाइट में 'फुल इमरजेंसी'
पहली घटना इंडिगो की दिल्ली से बेंगलुरु जा रही फ्लाइट 6E 704 से जुड़ी है। इस विमान को उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद 'केबिन प्रेशर' की समस्या का सामना करना पड़ा, जिसके चलते उसे लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया। पायलटों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 'फुल इमरजेंसी' (पूर्ण आपातकाल) घोषित किया। हालांकि, सभी यात्री सुरक्षित रहे और उन्हें बाद में दूसरे विमान से बेंगलुरु भेजा गया।
एयर इंडिया एक्सप्रेस की दोहरी दिक्कत
बेंगलुरु-कोच्चि उड़ान में इंजन का संदेह: बेंगलुरु से कोच्चि जा रही उड़ान IX 1132 को भी बीच रास्ते से वापस बेंगलुरु लौटना पड़ा। पायलटों को विमान के एक इंजन में आग लगने का संदेह हुआ, जिसके बाद उन्होंने तुरंत वापसी का फैसला किया। बाद में जांच में पता चला कि आग नहीं थी, बल्कि यह सिर्फ धुआँ था। यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया।
तिरुवनंतपुरम-बेंगलुरु उड़ान में हाइड्रोलिक फेलियर: एक अन्य घटना में, एयर इंडिया एक्सप्रेस की तिरुवनंतपुरम से बेंगलुरु जाने वाली उड़ान IX 1587 को भी कोच्चि की ओर मोड़ दिया गया। इसका कारण विमान में हाइड्रोलिक फेलियर का संदेह बताया गया। इस मामले में भी सभी यात्री सुरक्षित हैं।
DGCA की जांच और बढ़ती चिंता
इन सभी घटनाओं में सबसे राहत की बात यह है कि सभी यात्री और चालक दल सुरक्षित हैं। इन मामलों की जांच अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा की जा रही है। हालांकि, लगातार हो रही ऐसी तकनीकी गड़बड़ियों ने भारतीय विमानन की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह एक चिंता का विषय है जिस पर विमानन नियामक निकायों को गंभीरता से ध्यान देना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके और यात्रियों का भरोसा बना रहे।
--Advertisement--