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Up Kiran, Digital Desk: तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री दामोदर राजनरसिम्हा ने पूर्व मंत्री टी. हरीश राव के उन आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें हरीश राव ने रेवंत रेड्डी सरकार पर नए मेडिकल कॉलेजों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया था। दामोदर राजनरसिम्हा ने पलटवार करते हुए बीआरएस सरकार पर राज्य में चिकित्सा शिक्षा के मानकों को कम करने का आरोप लगाया।

गुरुवार को एक प्रेस मीट में बोलते हुए दामोदर राजनरसिम्हा ने कहा कि हरीश राव कांग्रेस सरकार पर झूठे आरोप लगा रहे हैं, जबकि सच्चाई यह है कि बीआरएस ने अपनी पिछली सरकार के दौरान मेडिकल कॉलेजों की स्थिति को दयनीय बना दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि बीआरएस ने नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) के दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते हुए और आवश्यक बुनियादी ढांचे और कर्मचारियों के बिना जल्दबाजी में मेडिकल कॉलेज खोले।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि एनएमसी ने बीआरएस सरकार द्वारा खोले गए 29 मेडिकल कॉलेजों में से 19 को मान्यता देने से इनकार कर दिया था, क्योंकि वे निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करते थे। उन्होंने कहा कि "हरीश राव किस मुंह से हमारी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं, जबकि उनकी सरकार ने जल्दबाजी में कॉलेज खोलकर छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया? हम अब एनएमसी के नियमों के अनुसार बुनियादी सुविधाओं और कर्मचारियों की कमी को दूर कर रहे हैं।"

दामोदर राजनरसिम्हा ने हरीश राव को चुनौती दी कि वे अपने कार्यकाल में खोले गए मेडिकल कॉलेजों की स्थिति और एनएमसी की अस्वीकृति के कारणों पर सार्वजनिक बहस करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार मेडिकल शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और छात्रों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान सरकार छात्रों के भविष्य को खतरे में नहीं डालेगी और सुनिश्चित करेगी कि सभी मेडिकल कॉलेज एनएमसी मानदंडों का पालन करें। यह आरोप-प्रत्यारोप राज्य में चिकित्सा शिक्षा के भविष्य को लेकर राजनीतिक बहस को तेज कर रहे हैं।

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