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बिहार में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, राजनीति भी नए रंग-ढंग में नजर आने लगी है। अब नेता सिर्फ रैलियों और भाषणों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर भी अलग ही अंदाज़ में दिखाई दे रहे हैं।

हाल ही में कुछ वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें मुख्यमंत्री और मंत्रीगण डांस करते और गाना गाते नजर आ रहे हैं। खास बात यह है कि ये वीडियो असली नहीं हैं, बल्कि AI (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) की मदद से बनाए गए हैं।

वीडियो में नेताओं को फिल्मी गानों पर थिरकते और 'साहेब' नामक गाना गाते दिखाया गया है। देखने में ये इतने रियल लगते हैं कि लोग पहली नजर में धोखा खा सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये Deepfake तकनीक का इस्तेमाल करके तैयार किए गए हैं।

राजनीतिक गलियारों में इन वीडियो को लेकर चर्चाएं तेज हैं। कुछ लोग इसे चुनावी प्रचार का नया तरीका बता रहे हैं, तो कुछ इसे गलत दिशा में जाती राजनीति का उदाहरण मान रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, चुनाव से पहले सोशल मीडिया को हथियार बनाकर मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिशें की जा रही हैं। AI की मदद से नेताओं की छवि को मजेदार या भावनात्मक रूप में पेश किया जा रहा है ताकि युवा वर्ग का ध्यान खींचा जा सके।

चुनाव आयोग और साइबर सेल इस मामले की जांच में जुटे हैं। तकनीकी विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि Deepfake वीडियो जनता को गुमराह कर सकते हैं और इससे लोकतंत्र पर भी असर पड़ सकता है।

अब देखना यह है कि क्या आने वाले चुनावों में AI एक ताकतवर प्रचार हथियार बनकर उभरता है या फिर यह विवादों का कारण बनता है।

 

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