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Up Kiran, Digital Desk: ब्रिटेन की 35 वर्षीय विक्टोरिया थॉमस के साथ एक ऐसा अनुभव हुआ जिसने उनकी ज़िंदगी बदल दी। एक दिन जिम में वर्कआउट के दौरान अचानक उनकी धड़कन रुक गई। उस समय मौजूद लोगों ने सीपीआर किया, एम्बुलेंस बुलाई गई और उनकी धड़कन 17 मिनट तक रुकी रही। इस घटना का ज़िक्र करते हुए विक्टोरिया ने कहा कि हृदय गति रुकने के बाद मुझे ऐसा लगा जैसे मैं तैर रही हूँ और मेरा शरीर नीचे बेजान पड़ा है।

दिल का दौरा पड़ने के बाद वक्त पर एम्बुलेंस पहुँचने और तुरंत सीपीआर देने से विक्टोरिया थॉमस की जान बच गई। बाद में डॉक्टरों ने उनमें एक पेसमेकर लगाया, जिससे भविष्य में कार्डियक अरेस्ट जैसी स्थिति आने पर उनके दिल को फिर से स्वचालित रूप से झटका देना आसान हो जाएगा। महिला की हालत गंभीर थी लेकिन तीन दिन कोमा में रहने के बाद उन्हें होश आया और धीरे-धीरे उनकी हालत में सुधार हुआ।

विक्टोरिया को पता चला कि उन्हें डैनन रोग है जो एक दुर्लभ आनुवंशिक रोग है जो हृदय की मांसपेशियों को कमज़ोर कर देता है। हृदय बहुत जल्दी खराब हो सकता है। कई मामलों में ये हृदय गति रुकने का कारण बन सकता है। गर्भावस्था के दौरान यह स्थिति और गंभीर हो गई। उसका हृदय केवल 11 प्रतिशत काम कर रहा था। डॉक्टरों ने उसे साफ़-साफ़ बता दिया था कि उसके पास जीने के लिए बस कुछ ही महीने हैं, अगर तुरंत हृदय प्रत्यारोपण नहीं हुआ, तो ज़िंदगी बस कुछ ही दिन की होगी।

महीनों की उम्मीद के बाद विक्टोरिया थॉमस को एक उपयुक्त हृदयदाता मिल गया। यह उसके लिए ज़िंदगी बदल देने वाला पल था। विक्टोरिया का ऑपरेशन सफल रहा। इसके बाद उसकी ज़िंदगी और भी बदल गई। विक्टोरिया ने कहा कि अब मैं फिर से साँस ले सकती हूँ, दौड़ सकती हूँ और अपने बेटे को बड़ा होते हुए देख सकती हूँ। इस घटना की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हुई।

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