
Up Kiran, Digital Desk: महर्षि वाल्मीकि जयंती के मौके पर, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मंगलवार को त्रिलोकपुरी इलाके में पहुंचीं। वहां उन्होंने न सिर्फ स्थानीय निवासियों को इस पवित्र दिन की शुभकामनाएं दीं, बल्कि पूरे विधानसभा क्षेत्र की तस्वीर बदलने का एक बड़ा और भावुक वादा भी किया।
सीएम ने कहा कि उनकी सरकार त्रिलोकपुरी में खराब सड़कों की मरम्मत, नालों की सफाई और बुनियादी ढांचे में सुधार करके, यहां "राम राज्य" लाएगी।
क्या-क्या हुआ कार्यक्रम में: त्रिलोकपुरी पहुंचने पर स्थानीय निवासियों ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने सीएम के सिर पर पगड़ी बांधकर उन्हें सम्मानित किया, जो एक बहुत बड़ा सम्मान माना जाता है। इस मौके पर सीएम ने वहां के वाल्मीकि मंदिर के जीर्णोद्धार (Renovation) के लिए एक लाख रुपये का दान भी दिया।
वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए, रेखा गुप्ता ने कहा कि उन्हें इस खास मौके को त्रिलोकपुरी के लोगों के साथ मनाने में बहुत खुशी महसूस हो रही है, क्योंकि भगवान वाल्मीकि हम सबके जीवन का एक अटूट हिस्सा हैं।
उन्होंने कहा, "अगर वे (महर्षि वाल्मीकि) न होते, तो हम कभी भी भगवान श्री राम के जीवन और उनके चरित्र को नहीं जान पाते। यह उनकी लिखी रामायण ही है, जिसकी वजह से हम भगवान राम के जीवन को जानते और समझते हैं।"
फंड की चिंता मत करो, बस काम करो"
त्रिलोकपुरी में विकास कार्यों में तेजी लाने का संकल्प लेते हुए, मुख्यमंत्री ने मंच से ही एक बड़ा ऐलान किया, जिसने सबका दिल जीत लिया।
उन्होंने कहा, "त्रिलोकपुरी विधानसभा को राम राज्य में बदलना है। मैंने यहां के विधायक रवि कांत से कह दिया है कि आप सिर्फ विकास पर ध्यान दो, फंड की चिंता बिल्कुल मत करो।"
यह सुनते ही वहां मौजूद भीड़ ने तालियों और नारों के साथ मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।
अयोध्या में भी दिया वाल्मीकि जी को सम्मान
महर्षि वाल्मीकि के महत्व पर बात करते हुए, उन्होंने याद दिलाया कि जब अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सुनिश्चित किया कि उसके पास ही भगवान वाल्मीकि को समर्पित एक मंदिर भी बनाया जाए।
इससे पहले दिन में, मुख्यमंत्री ने 'आदि कवि' महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर पूरे वाल्मीकि समुदाय को बधाई दी थी। उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा था, “महर्षि वाल्मीकि जी ने अपनी महान रचना, रामायण के माध्यम से, न केवल भारतीय संस्कृति और आदर्शों को अमर बना दिया, बल्कि हर व्यक्ति को भगवान श्री राम के मूल्यों, जैसे कि धर्म, सत्य, सम्मान और कर्तव्य-निष्ठा से भी जोड़ा। उनके विचार आज भी हमें धर्म के मार्ग पर चलने और समाज के कल्याण के लिए काम करने के लिए प्रेरित करते हैं।”