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दिल्ली की जनता उस समय हैरान रह गई जब बुधवार सुबह राजधानी में एक अप्रत्याशित घटना सामने आई — मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर खुलेआम उनके कार्यालय में हमला किया गया। यह घटना उस समय घटी जब वे अपने 'जन सुनवाई' कार्यक्रम में लोगों की समस्याएं सुन रही थीं। इस घटना ने न केवल सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि आरोपी द्वारा किए गए दावों ने भी चर्चा का विषय बना दिया है।

हमलावर की 'दिव्य दृष्टि' और यात्रा का अजीबोगरीब सिलसिला

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी की पहचान राजेशभाई खिमजीभाई सकारिया के रूप में हुई है, जो गुजरात से आया था। पूछताछ में उसने जो बातें कहीं, वे चौंकाने वाली हैं। उसने बताया कि वह एक शिव मंदिर का निर्माण करवा चुका है और वहीं पूजा करता है। राजेशभाई का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद उसे शिवलिंग में भगवान शिव का भैरव रूप नजर आने लगा। उसने दावा किया कि उसे एक कुत्ते के रूप में भैरव ने दर्शन दिए और उससे दिल्ली जाकर अपनी बात रखने को कहा।

इस कथित आदेश के बाद उसने पहले उज्जैन की यात्रा की, जहाँ वह पुनः उसी 'भैरव कुत्ते' के दर्शन का दावा करता है। वहां से उसने बिना टिकट दिल्ली जाने वाली ट्रेन पकड़ी और सीधे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा।

मुख्यमंत्री तक पहुंचने की कोशिश और हमला

दिल्ली पहुंचकर राजेशभाई ने स्थानीय लोगों से पूछताछ कर मुख्यमंत्री के निवास का पता लगाया। पुलिस का कहना है कि वह मेट्रो के जरिए पहले उनके निजी आवास तक पहुंचने की कोशिश में गलत स्टेशन पर उतर गया। इसके बाद उसने एक रिक्शा लिया और राहगीरों की मदद से अंततः मुख्यमंत्री आवास तक पहुँच गया।

आरोपी का कहना है कि उसने मुख्यमंत्री से आवारा कुत्तों को हटाने के विरुद्ध अपील की थी। उसका आरोप है कि रेखा गुप्ता ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया, जिससे नाराज होकर उसने हमला कर दिया।

 

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