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Up Kiran, Digital Desk: भारतीय नौसेना के नव-कमीशन किए गए सर्वेक्षण पोत (बड़े) आईएनएस संध्याक ने अपने पहले परिचालन मोड़ (Maiden Operational Turn Around - MOTA) के तहत मलेशिया के पोर्ट क्लांग में अपना पहला ऐतिहासिक पोर्ट कॉल किया है। यह पोत 20 से 23 फरवरी, 2024 तक पोर्ट क्लांग में रहेगा।

इस महत्वपूर्ण पड़ाव का उद्देश्य दोनों देशों के बीच समुद्री संबंधों को मजबूत करना और क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा में भारत के योगदान को दर्शाना है। यह यात्रा प्रधान मंत्री के 'क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास' (SAGAR) के दृष्टिकोण के अनुरूप है, जो हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के गहरे समुद्री सहयोग और नेतृत्व की भूमिका को रेखांकित करती है।

पोर्ट क्लांग में अपने प्रवास के दौरान, आईएनएस संध्याक के अधिकारियों ने रॉयल मलेशियाई नौसेना के अधिकारियों, भारतीय उच्चायोग और बंदरगाह प्राधिकरणों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों के साथ कई बैठकें कीं। इन मुलाकातों का उद्देश्य समुद्री सहयोग, क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों पर विचारों का आदान-प्रदान और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना था।

इसके अतिरिक्त, पोत पर पेशेवर बातचीत, क्रॉस-डेक विज़िट (एक-दूसरे के पोतों का दौरा), और भारतीय समुदाय के साथ योगा सत्र तथा वृक्षारोपण जैसे सामुदायिक outreach कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

यह दौरा भारत की 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के तहत स्वदेशी रक्षा उत्पादन क्षमताओं का एक प्रमुख प्रदर्शन भी है। आईएनएस संध्याक का यह पहला अंतर्राष्ट्रीय पड़ाव क्षेत्रीय समुद्री भागीदारों के साथ भारत की साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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