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राजस्थान के शिक्षा ढांचे पर शुक्रवार को एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा हो गया, जब झालावाड़ जिले के मनोहर थाना ब्लॉक स्थित पिपलोदी गांव में एक सरकारी स्कूल की छत गिरने से भीषण हादसा हो गया। यह हादसा उस समय हुआ जब बच्चे कक्षाओं में मौजूद थे। घटना में अब तक कम से कम तीन बच्चों की जान जाने की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।
बचाव कार्य में जुटे स्थानीय लोग और प्रशासन
घटना के तुरंत बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। चीख-पुकार के बीच ग्रामीणों और स्कूल स्टाफ ने तत्काल बच्चों को बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया। राहत कार्य में तेजी लाते हुए प्रशासन ने जेसीबी मशीनों को मौके पर भेजा। मलबे में फंसे बच्चों को बाहर निकालने के लिए स्थानीय लोग, पुलिस बल और बचावकर्मी एकजुट होकर प्रयास कर रहे हैं।
घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए पास के मनोहर थाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया गया है। कुछ बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें आगे रेफर किए जाने की भी संभावना है।
अधिकारियों की मौजूदगी में चल रहा है राहत कार्य
हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुँच गए। घटनास्थल को चारों ओर से घेर लिया गया है और राहत कार्यों को नियंत्रित तरीके से अंजाम दिया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि जब तक मलबे को पूरी तरह हटाकर सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर नहीं निकाला जाता, राहत कार्य जारी रहेगा।
संरचनात्मक खामियों की होगी जांच
हालांकि हादसे के सही कारणों की पुष्टि अभी नहीं हुई है, लेकिन प्राथमिक दृष्टि से इसे इमारत की कमजोर संरचना का नतीजा माना जा रहा है। प्रशासन ने तकनीकी टीमों को जांच के आदेश दिए हैं, जो स्कूल भवन की गुणवत्ता, निर्माण प्रक्रिया और रखरखाव की स्थिति की गहराई से जांच करेंगी।
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