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Up Kiran, Digital Desk: दुनिया के लिए एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, खासकर ऐसे समय में जब भू-राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। उत्तर कोरिया की सरकारी एयरलाइन, एयर कोरयो (Air Koryo), इस महीने से रूस की राजधानी मास्को के लिए सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने जा रही है। यह कदम दोनों देशों के बीच गहराते संबंधों को दर्शाता है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक नया संदेश लेकर आया है।

दरअसल, उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका जैसे देशों द्वारा कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिसके कारण वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी अलग-थलग पड़ा हुआ है। ऐसे में मास्को के लिए सीधी उड़ानों की बहाली को प्रतिबंधों को धता बताने और दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

 एयर कोरयो की ये उड़ानें जुलाई के अंत तक शुरू होने की उम्मीद है। यह पहली बार नहीं है जब उत्तर कोरियाई एयरलाइन रूस के लिए उड़ान भर रही है, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण लगी पाबंदियों के बाद यह एक महत्वपूर्ण वापसी है। पिछली बार एयर कोरयो की उड़ानें मास्को और व्लादिवोस्तोक के लिए संचालित होती थीं, जो महामारी के बाद बंद हो गई थीं।

संबंधों की नई गहराई: यह कदम ऐसे समय में आया है जब रूस और उत्तर कोरिया के बीच संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं। पिछले साल, उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने रूस के सुदूर पूर्व का दौरा किया था और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद से दोनों देशों के बीच सैन्य और आर्थिक सहयोग बढ़ने की अटकलें तेज हो गई थीं।

विशेषज्ञों का मानना है कि इन सीधी उड़ानों से न केवल दोनों देशों के बीच लोगों की आवाजाही आसान होगी, बल्कि यह व्यापार, राजनयिक संबंधों और संभवतः सैन्य सहयोग को भी बढ़ावा देगी। यह दिखाता है कि रूस, यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी देशों से अलगाव के चलते, उत्तर कोरिया जैसे देशों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

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