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Up Kiran, Digital Desk: उत्तराखंड के राजकीय महाविद्यालयों में इन दिनों छात्रों का आक्रोश अपने चरम पर है। एक ओर जहां परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी को लेकर छात्र अंग्रेजी विषय की कॉपियों की दोबारा जांच की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ प्रवेश प्रक्रिया में तकनीकी दिक्कतों के चलते नए छात्रों का गुस्सा भी फूट पड़ा है।
कॉलेज की छत पर चढ़कर छात्रों ने जताया विरोध
राजकीय आदर्श महाविद्यालय में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब बीए चतुर्थ सेमेस्टर के दर्जनों छात्रों ने अंग्रेजी विषय में जांच को लेकर कॉलेज की छत पर धरना दे दिया। छात्रों का आरोप था कि अंग्रेजी विषय में मूल्यांकन त्रुटिपूर्ण तरीके से किया गया है, जिसके चलते 38 में से 31 विद्यार्थी फेल घोषित कर दिए गए।
छात्रों ने इससे पहले सोमवार को प्रभारी प्राचार्य के माध्यम से कुलपति को ज्ञापन सौंपा था और पुनर्मूल्यांकन की मांग की थी। जब मांग अनसुनी रह गई, तो छात्रों ने छत पर चढ़कर प्रदर्शन करने का रास्ता अपनाया।
विधायक ने की रजिस्ट्रार से बात, दिया समाधान का आश्वासन
छात्रों के छत पर चढ़ने की खबर मिलते ही स्थानीय विधायक तिलकराज बेहड़ मौके पर पहुंचे। उन्होंने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार से फोन पर बात कर छात्रों की मांग को गंभीरता से रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि 31 विद्यार्थियों का एक साथ असफल होना एक गंभीर सवाल खड़ा करता है, और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
कॉलेज प्रशासन ने विधायक की मध्यस्थता के बाद दो दिन का समय मांगा है और अंग्रेजी विषय की कॉपियों की दोबारा जांच का आश्वासन दिया है। इसके बाद छात्रों ने धरना समाप्त कर दिया।
समर्थ पोर्टल बंद होने पर भी विद्यार्थियों ने जताई नाराजगी
दूसरी ओर, सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छात्रों ने दाखिला प्रक्रिया में आ रही अड़चनों को लेकर भी मोर्चा खोल दिया है। एबीवीपी के जिला संयोजक कमल चंद्र जोशी के नेतृत्व में छात्र प्रतिनिधिमंडल ने प्राचार्य प्रो. सर्वजीत सिंह को ज्ञापन सौंपा।
छात्रों का कहना है कि समर्थ पोर्टल के अचानक बंद होने से नए छात्र प्रवेश नहीं ले पा रहे हैं, जिससे अनेक इच्छुक विद्यार्थियों को दाखिले से वंचित होना पड़ा है। साथ ही, पोर्टल में रजिस्ट्रेशन के दौरान तकनीकी दिक्कतें भी सामने आ रही हैं।
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