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Up Kiran, Digital Desk: रिश्तों को तार-तार कर देने वाली एक बेहद दर्दनाक घटना बिहार के मुजफ्फरपुर से सामने आई है, जहां एक पिता ने अपने नशेड़ी बेटे को लाइसेंसी बंदूक से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी पिता ने खुद थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है। यह घटना शुक्रवार रात की है और इसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।
पैसे के लिए मां से झगड़ा, पिता का कॉलर पकड़ा
पुलिस के मुताबिक, मुजफ्फरपुर के तुर्की थाना क्षेत्र के गोरीहारी गांव निवासी हरेंद्र सिंह सेना से रिटायर होने के बाद एक बैंक में गार्ड की नौकरी करते हैं। उनका बेटा शशि रंजन सिंह उर्फ गोलू नशे का आदी था और अक्सर अपनी मां को डरा-धमकाकर नशे के लिए पैसे ऐंठता था। बताया जा रहा है कि इस बार जब गोलू की मां ने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो उसने चुपके से अपने पिता हरेंद्र सिंह के मोबाइल फोन से यूपीआई के जरिए 5000 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए।
जब हरेंद्र सिंह को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने बेटे से पूछताछ की। इसी बात को लेकर बाप-बेटे में तीखी कहासुनी हो गई। ग्रामीण एसपी विद्या सागर के अनुसार, बहस के दौरान गोलू ने गुस्से में अपने पिता का कॉलर पकड़ लिया।
गुस्से में फौजी पिता ने दाग दी गोली, फिर किया सरेंडर
बेटे द्वारा कॉलर पकड़े जाने से हरेंद्र सिंह का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। गुस्से में उन्होंने अपनी लाइसेंसी बंदूक निकाली और गोलू के सीने में गोली मार दी। घटना के बाद हरेंद्र सिंह खुद अपनी बंदूक लेकर तुर्की थाने पहुंचे और अपना जुर्म कबूल करते हुए सरेंडर कर दिया। पुलिस ने उनका बयान दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जरूरी पूछताछ के बाद आरोपी पिता को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। अब पुलिस इस मामले में जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है।
रात में सोते समय मारी गोली: मृतक की मां का बयान
उधर, मृतक गोलू की मां ने घटना के संबंध में चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पिता-पुत्र के बीच दिन में भी तीखी बहस हुई थी। उस समय भी हरेंद्र सिंह ने बेटे को गोली मारने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने अपने पति का पैर पकड़कर गोलू की जान बचा ली थी।
मां के मुताबिक, उस वक्त तो गोलू की जान बच गई, लेकिन हरेंद्र सिंह का गुस्सा शांत नहीं हुआ था। रात में गोलू खाना खाकर कमरे में सोने चला गया। उसी समय हरेंद्र सिंह ने दरवाजा खुलवाया और उसी गुस्से में सोते हुए बेटे को गोली मार दी।
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