
Up Kiran, Digital Desk: आज के दौर में शायद ही कोई ऐसा हो जो एक्सरसाइज और अच्छी सेहत के बीच का रिश्ता न जानता हो। हममें से ज्यादातर लोग फिट रहने, वजन कम करने या दिल की बीमारियों से बचने के लिए जिम जाते हैं या वर्कआउट करते हैं। लेकिन क्या हो अगर आपको पता चले कि आपकी यह मेहनत आपको कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से लड़ने में भी मदद कर सकती है? जी हां, एक नई वैज्ञानिक स्टडी में यही चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
एक ताजा रिसर्च के अनुसार, हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज (तेज-तर्रार कसरत) और रेजिस्टेंस ट्रेनिंग (वजन उठाना) हमारे शरीर के अंदर कैंसर से लड़ने की एक अद्भुत शक्ति पैदा कर सकती है।
कैसे काम करती है एक्सरसाइज?
जब हम तेज एक्सरसाइज करते हैं, जैसे कि तेज दौड़ना, साइकिलिंग करना या वजन उठाना, तो हमारी मांसपेशियां बहुत ज्यादा काम करती हैं। इस प्रक्रिया में वे खून से बड़ी मात्रा में शुगर (ग्लूकोज) खींचने लगती हैं ताकि उन्हें एनर्जी मिल सके।
यह कैंसर के नजरिए से बहुत महत्वपूर्ण है। दरअसल, कैंसर की कोशिकाओं (ट्यूमर) को बढ़ने और फैलने के लिए बहुत ज्यादा ग्लूकोज की जरूरत होती है। वे एक तरह से हमारे शरीर की सारी शुगर चुराकर खुद को बड़ा करती हैं।
स्टडी में पाया गया कि जब हम हाई-इंटेंसिटी एक्सरसाइज करते हैं, तो हमारी मांसपेशियां कैंसर कोशिकाओं की इस 'चोरी' को रोक देती हैं। वे खून से इतनी ज्यादा शुगर सोख लेती हैं कि ट्यूमर को अपनी खुराक ही नहीं मिल पाती। आसान भाषा में कहें तो, हमारी एक्सरसाइज कैंसर की कोशिकाओं को 'भूखा' मार देती है, जिससे उनकी बढ़ने की रफ्तार धीमी हो जाती है या रुक जाती है।
यह स्टडी ऑस्ट्रेलिया के एडिथ कोवान यूनिवर्सिटी (ECU) के शोधकर्ताओं ने की है और यह हमें एक बहुत शक्तिशाली संदेश देती है। एक स्वस्थ जीवनशैली, जिसमें नियमित और तेज कसरत शामिल हो, सिर्फ हमें अच्छा दिखने में ही नहीं, बल्कि अंदर से जानलेवा बीमारियों से लड़ने के लिए भी तैयार करती है। यह कैंसर के इलाज का विकल्प नहीं है, लेकिन यह निश्चित रूप से कैंसर से बचाव और उसके खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा हथियार साबित हो सकता है।