Up Kiran, Digital Desk: कर्नाटक की राजनीति में आजकल बयानबाज़ी काफी गरमाई हुई है, खासकर मुख्यमंत्री पद को लेकर। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कद्दावर नेता आर. अशोका ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर तंज कसते हुए उनकी हालत को "दयनीय" बताया है। अशोका ने सिद्धारमैया को "निवर्तमान मुख्यमंत्री" तक कह डाला, जो इस बात का सीधा इशारा है कि कांग्रेस सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा और कुर्सी बदलने की अंदरूनी चर्चाएँ ज़ोरों पर हैं।
अशोका ने कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया है कि वे किसानों की पूरी तरह अनदेखी कर रहे हैं। हाल ही में हुई बारिश और बाढ़ के कारण किसान बेहाल हैं, लेकिन सरकार 'सत्ता हस्तांतरण', 'मंत्रिमंडल विस्तार' और 'आरएसएस प्रतिबंध' जैसे 'फालतू के भ्रम' में समय बर्बाद कर रही है। उनका कहना था कि सिद्धारमैया ने बारिश और बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण तो कर लिया, पर यह सब लापरवाही भरे तरीके से किया गया।
अशोका ने यह भी सवाल उठाया कि आखिर सिद्धारमैया को कौन सुनेगा? उन्होंने कहा कि एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पास मुख्यमंत्री से मिलने तक का समय नहीं है, और दूसरी तरफ बेंगलुरु में सड़कों के गड्ढे भरने की डेडलाइन बार-बार देने के बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। ऐसे में किसानों की बाढ़ राहत, गन्ने और ज्वार उत्पादकों के लिए अतिरिक्त समर्थन मूल्य जैसे मुद्दों पर कौन मुख्यमंत्री की बात मानेगा, ये एक बड़ा सवाल है।अशोका ने साफ शब्दों में कहा, “निवर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की बेबसी सचमुच दयनीय है।” उन्होंने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार और शासन की विफलता का भी आरोप लगाया।यह बयान ऐसे समय आया है जब राज्य में 'नवंबर क्रांति' की अटकलें तेज़ हैं, जिसका मतलब है कि कांग्रेस सरकार अपने पाँच साल के कार्यकाल का आधा रास्ता पूरा करने के बाद मुख्यमंत्री बदल सकती है।
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