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पटना, 19 मई: बिहार में शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली को लेकर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। शिक्षा विभाग द्वारा लागू की गई ऑनलाइन अटेंडेंस व्यवस्था में कई शिक्षक धांधली करते पाए गए हैं। इस मामले के उजागर होते ही शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है और जांच के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

सूत्रों के अनुसार, राज्य भर के कई सरकारी विद्यालयों में शिक्षक अपनी वास्तविक उपस्थिति दर्ज न कर, घर बैठे ही मोबाइल या अन्य साधनों से हाजिरी दर्ज कर रहे थे। यह प्रक्रिया ऐसे समय में अपनाई जा रही थी, जब वे स्कूल में मौजूद नहीं होते थे। कुछ स्थानों पर तो देखा गया कि गैरहाजिर शिक्षक भी प्रतिदिन नियमित हाजिरी दिखा रहे थे, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी।

ऑनलाइन अटेंडेंस की यह प्रणाली पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के उद्देश्य से लागू की गई थी, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो सके। लेकिन तकनीकी खामियों और निगरानी की कमी के चलते कुछ शिक्षकों ने इसका दुरुपयोग करना शुरू कर दिया।

शिक्षा विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि वे स्कूलों का औचक निरीक्षण करें और ऑनलाइन अटेंडेंस रिकॉर्ड की जांच करें। इसके अलावा, जिन शिक्षकों पर फर्जी हाजिरी का संदेह है, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी भी की जा रही है।

शिक्षा मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि तकनीकी नवाचार के साथ-साथ निगरानी और जवाबदेही की मजबूत व्यवस्था भी ज़रूरी है, ताकि व्यवस्था का दुरुपयोग न हो और शिक्षा की गुणवत्ता बनी रहे।
 

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