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 यह प्रक्रिया शरीर के अंदर जमा हुई अशुद्धियों और विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है। हमारे शरीर में लिवर, किडनी, पाचन तंत्र, फेफड़े और त्वचा जैसे अंग डिटॉक्स का काम करते हैं। लेकिन कभी-कभी हमारी जीवनशैली, खानपान और बाहरी प्रदूषण की वजह से शरीर पर अतिरिक्त बोझ पड़ जाता है। ऐसे में आयुर्वेद में बताए गए कुछ मसाले आपकी नेचुरल डिटॉक्सिफिकेशन में मददगार साबित हो सकते हैं।

इन मसालों के सेवन से न सिर्फ शरीर से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं, बल्कि मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है, पाचन सुधरता है और वजन नियंत्रित रहता है। आइए जानते हैं वे कौन से मसाले हैं जो आपकी डेली डाइट में शामिल होकर शरीर की सफाई का काम कर सकते हैं।

1. त्रिफला – आयुर्वेदिक सफाई का भरोसेमंद फॉर्मूला

त्रिफला तीन फलों (हरड़, बहेड़ा, आंवला) का मिश्रण होता है, जो आयुर्वेद में शारीरिक शुद्धि के लिए बेहद असरदार माना जाता है। यह शरीर से अनावश्यक पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है।

कैसे लें:

त्रिफला पाउडर को रात में एक गिलास गर्म पानी के साथ लें।

टैबलेट फॉर्म में भी उपलब्ध है, जो यात्रा या व्यस्त दिनचर्या में लेना आसान होता है।

2. हल्दी – सूजन घटाए और लीवर को दे सपोर्ट

ल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक तत्व शरीर में सूजन को कम करता है और लीवर की कार्यक्षमता को बेहतर बनाता है। हल्दी का सेवन शरीर से धीरे-धीरे विषाक्त तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है और पाचन क्रिया को भी सुधारता है।

कैसे लें:

एक गिलास गुनगुने दूध में हल्दी डालकर रात को सोने से पहले पिएं।

डिटॉक्स चाय में अदरक और नींबू के साथ मिलाकर भी उपयोग किया जा सकता है।

3. धनिया के बीज – किडनी की सफाई और सूजन से राहत

धनिया के बीज मूत्रवर्धक गुणों से भरपूर होते हैं, जो शरीर से अतिरिक्त पानी और टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करते हैं। ये बीज किडनी के कामकाज को संतुलित रखते हैं और पाचन को शांत करते हैं।

कैसे लें:

रात को 1 चम्मच धनिया बीज पानी में भिगो दें, सुबह उबालकर छान लें और दिनभर घूंट-घूंट करके पिएं।

इसका स्वाद मिट्टी जैसा होता है, लेकिन यह पेट के लिए बेहद आरामदायक होता है।

4. जीरा – पाचन को सुधारे और शरीर को रखे एक्टिव

जीरा हर भारतीय रसोई में आसानी से मिल जाता है। यह पाचन को दुरुस्त करता है, सूजन को कम करता है और पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद करता है। जीरा शरीर में ऊर्जा बनाए रखने में सहायक होता है और डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया को सपोर्ट करता है।

कैसे लें:

गर्म पानी में उबालकर जीरा की चाय बनाएं और सुबह खाली पेट पीएं।

खाने पर छिड़क कर इसका स्वाद और फायदा दोनों लें।