img

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को अमरावती में एक महत्वपूर्ण बयान देकर सियासी हलकों में हलचल मचा दी। एक हवाई अड्डे और वाणिज्यिक उड़ान सेवा के उद्घाटन कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने अपनी और अपने सहयोगियों की भूमिका को एक विमान की उड़ान से जोड़ा। शिंदे ने कहा, "जब पिछली महायुति सरकार का विकास का विमान उड़ रहा था, तो मैं उसका पायलट था, और देवेंद्र फडणवीस तथा अजित पवार सह-पायलट थे। अब फडणवीस पायलट हैं और हम सह-पायलट। फर्क सिर्फ इतना है कि पायलट बदला है, विमान और उसकी रफ्तार वही है।"

यह बयान न केवल उनकी वर्तमान राजनीतिक भूमिका को दर्शाता है, बल्कि सरकार में नेतृत्व की पारदर्शिता और सहयोग की भावना का भी संकेत देता है।

फडणवीस को दी श्रेय की उड़ान

शिंदे ने अपने भाषण के दौरान देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल की तारीफ करते हुए कहा कि अमरावती हवाई अड्डे की परियोजना का काम वर्ष 2014 से 2019 के बीच फडणवीस की अगुवाई वाली सरकार के दौरान ही शुरू हुआ था। उन्होंने इसे एक दूरदर्शी कदम बताया और कहा कि इस दौरान कई ऐसे प्रोजेक्ट्स की नींव रखी गई थी, जिनका लाभ अब राज्य को मिल रहा है।

MVA सरकार पर आरोप: ‘रुका विकास, थमी परियोजनाएं’

अपने भाषण में एकनाथ शिंदे ने पूर्ववर्ती महा विकास आघाड़ी (MVA) सरकार को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे, उस समय कई अहम विकास परियोजनाएं ठप हो गई थीं, जिनमें अमरावती हवाई अड्डा भी शामिल था। शिंदे के अनुसार, MVA सरकार के कार्यकाल में राज्य का विकास ठहराव की स्थिति में चला गया था।

उन्होंने जोर देते हुए कहा, "2022 में जब हमारी सरकार बनी, जिसे हम जनता की सरकार कहते हैं, तभी से हमने विकास के कामों को फिर से तेज़ गति दी। उसी के परिणामस्वरूप आज हम अमरावती एयरपोर्ट का उद्घाटन कर पा रहे हैं।"

राजनीतिक साझेदारी और स्थिरता का संदेश

शिंदे के बयान का एक पहलू यह भी रहा कि उन्होंने अपने सहयोगियों—देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार—को सम्मानजनक तरीके से अपनी बात में शामिल किया। इससे यह संदेश देने की भी कोशिश की गई कि सरकार के भीतर एकजुटता और साझा नेतृत्व की भावना है। राजनीतिक अस्थिरता के दौर से गुजर चुके महाराष्ट्र के लिए यह संकेत महत्वपूर्ण माना जा सकता है।

अब आगे क्या?

अमरावती एयरपोर्ट का संचालन शुरू होना क्षेत्र के विकास के लिए अहम माना जा रहा है। इससे न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि रोजगार, निवेश और व्यापारिक गतिविधियों में भी तेजी आने की उम्मीद है। यह उद्घाटन राज्य सरकार के विकास एजेंडे को मजबूती देने वाला कदम है, और शिंदे की "विकास का विमान" वाली बात को अब जमीन पर उतरते हुए देखा जा सकता है।

--Advertisement--