UP Electricity Rate: उत्तर प्रदेश में बिजली की लागत में बढ़ोतरी का संकेत है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने देशभर में घरों के लिए कोयला आयात करने की समय सीमा को मार्च 2024 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है, जिससे यह संकेत मिल रहा है कि उपभोक्ताओं को अधिक बिजली खर्च करना पड़ सकता है।
उपभोक्ताओं पर सीधा प्रभाव
यह निर्णय उत्तर प्रदेश राज्य में बिजली की मांग पर सीधा प्रभाव डाल सकता है। ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन और उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने इस निर्णय का विरोध किया है। इन संगठनों का कहना है कि यह निर्णय प्रदेश में बिजली की दर को 70 पैसे से 1.10 रुपये प्रति यूनिट तक बढ़ा सकता है, जिससे उपभोक्ताओं पर सीधा प्रभाव पड़ेगा।
उत्पादन में वृद्धि के बावजूद महंगा कोयला आयात
कोयले के उत्पादन में वृद्धि होने के बावजूद, ऊर्जा मंत्रालय द्वारा विदेशी कोयला आयात करने के निर्णय पर सवाल उठाया जा रहा है। इन संगठनों का मानना है कि कोयले का आयात करने से प्रदेश में बिजली की मूल्यदर 70 पैसे से 1.10 रुपये प्रति यूनिट तक वृद्धि होगी, जिससे उपभोक्ताओं पर सीधा असर पड़ेगा।
समाधान की मांग
इस संदर्भ में, उत्तर प्रदेश राज्य की सरकार से अनुरोध किया जा रहा है कि यह समस्या स्थानीय स्तर पर हल करने के लिए उचित कदम उठाएं ताकि उपभोक्ताओं को अधिक खर्च से बचाया जा सके।
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