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Up Kiran, Digital Desk: उत्तर प्रदेश में 2027 के चुनावों से पहले बहुजन समाज पार्टी (BSP) एक नए राजनीतिक अध्याय की शुरुआत करने जा रही है। 9 अक्टूबर को लखनऊ में होने वाली कांशीराम स्मृति रैली में मायावती अपने भतीजे आकाश आनंद को पहली बार पार्टी के कार्यकर्ताओं के सामने पेश करेंगी।
इस ऐतिहासिक मौके पर करीब 5 लाख कार्यकर्ताओं के पहुंचने की उम्मीद है। कार्यक्रम कांशीराम स्मारक स्थल पर होगा, और इसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं।
मायावती और आकाश एक ही मंच पर – संकेत साफ हैं!
ये पहली बार होगा जब मायावती और आकाश आनंद एक साथ मंच साझा करेंगे। राजनीतिक हलकों में इसे आकाश की 'औपचारिक लॉन्चिंग' के तौर पर देखा जा रहा है। बसपा के लिए यह सिर्फ एक श्रद्धांजलि नहीं, बल्कि अपनी शक्ति और मौजूदगी का नया ऐलान है।
बार-बार निष्कासित, अब बड़ी वापसी?
आकाश आनंद का BSP में सफर उतार-चढ़ाव से भरा रहा है। 2023 में उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय समन्वयक बनाया गया था, लेकिन 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान विवादों में आने के बाद उन्हें हटा दिया गया। इसके बाद अप्रैल 2025 में वापसी हुई, मगर मार्च में फिर निष्कासन।
अब, एक बार फिर मंच मिलने से यह तय माना जा रहा है कि मायावती उन्हें राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में तैयार कर रही हैं।
रैली से पहले लखनऊ में हलचल तेज, तैयारी में जुटी पार्टी
राज्य भर से हजारों समर्थक लखनऊ पहुंचेंगे। रैली से एक दिन पहले से ही रमाबाई अंबेडकर मैदान में भोजन और आवास की व्यवस्था शुरू हो चुकी है।
सुरक्षा के लिए उच्च अधिकारी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं, लेकिन विपक्ष इसे 'चयनात्मक अनुमति' का मामला बता रहा है।