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Up Kiran, Digital Desk: आज हमारे पास OTT पर हजारों फिल्में और वेब सीरीज हैं, लेकिन 90 का दशक एक ऐसा दौर था जब टीवी पर गिने-चुने शो आते थे, और पूरा परिवार उनका बेसब्री से इंतजार करता था। आज हम एक ऐसे ही शो की बात कर रहे हैं जिसके सिर्फ 13 एपिसोड बने, लेकिन उसका जादू आज 35 साल बाद भी लोगों के सिर चढ़कर बोलता है।

यह कहानी है दूरदर्शन के मशहूर कॉमेडी सीरियल 'मुल्ला नसरुद्दीन' की।

क्यों खास था 'मुल्ला नसरुद्दीन'?

यह शो मिडिल ईस्ट की लोककथाओं के मशहूर किरदार मुल्ला नसरुद्दीन की कहानियों पर आधारित था। लेकिन इसे इतने प्यारे और देसी अंदाज में दिखाया गया कि यह हर भारतीय गांव की कहानी लगती थी। शो में मुल्ला अपनी हाजिरजवाबी और अजब-गजब तरीकों से गांव की छोटी-मोटी मुश्किलों को सुलझाते थे।

इसकी सबसे खास बात थी इसकी सादगी। कोई बड़े-बड़े सेट नहीं, कोई भारी-भरकम डायलॉग नहीं। सरल भाषा, प्यारे किरदार और हर एपिसोड के अंत में हंसते-हंसाते जिंदगी की एक बड़ी सीख। यही वजह थी कि लोग इससे फौरन जुड़ जाते थे।

35 साल बाद भी कायम है जादू

आपको जानकर हैरानी होगी कि 1990 में आए इस शो को IMDb पर 8.9 की जबरदस्त रेटिंग मिली हुई है। यही नहीं, आज भी लोग यूट्यूब पर इसके एपिसोड ढूंढ-ढूंढकर देखते हैं और बोर भी नहीं होते। यह दिखाता है कि एक अच्छी और साफ-सुथरी कॉमेडी कभी पुरानी नहीं होती।

अगर आप आज के सास-बहू और एक्शन ड्रामा से बोर हो गए हैं और कुछ हल्का-फुल्का और मजेदार देखना चाहते हैं, तो 'मुल्ला नसरुद्दीन' आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है।