
repo rate: रिजर्व बैंक ने पिछली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो दर में कटौती का फैसला किया था। इसके बाद कई बैंकों ने अपनी ऋण ब्याज दरें कम कर दीं। इस बीच, कर्जदारों के लिए बुरी खबर आ रही है।
सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक ने हाल ही में ऋण ब्याज दरों में वृद्धि की घोषणा की है। सार्वजनिक क्षेत्र के इस बैंक ने आरबीआई की रेपो दर से जुड़े खुदरा ऋणों पर ब्याज दर में 0.10 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की है। इस वृद्धि के बाद इंडियन बैंक से लिए गए ऋण पर ब्याज दर 9.05 प्रतिशत हो जाएगी। बढ़ी हुई ब्याज दरें गुरुवार, 3 अप्रैल से लागू हो गई हैं।
इन लोगों पर पड़ेगा बुरा असर
इंडियन बैंक के इस फैसले का सीधा असर खुदरा ऋण ग्राहकों पर पड़ेगा। इंडियन बैंक द्वारा स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी के अनुसार, बैंक की एसेट लायबिलिटी मैनेजमेंट कमेटी (ALCO) ने फंड की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR), ट्रेजरी बिल आधारित ब्याज (TBLR), बेस रेट, स्टैंडर्ड प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) और रेपो-आधारित मानक ब्याज (RBLR) की समीक्षा की।
बैंक ने टीबीएलआर, बेस रेट, बीपीएलआर और आरबीएलआर को संशोधित करने का निर्णय लिया है। इससे रेपो आधारित मानक ब्याज दर (आरबीएलआर) मौजूदा 8.95 प्रतिशत से बढ़कर 9.05 प्रतिशत हो जाएगी।