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Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली के लाल किले के पास जो धमाका हुआ, उसकी गूंज अब सात समंदर पार भी सुनाई दे रही है। इस आतंकी घटना ने न सिर्फ देश को हिलाकर रख दिया है, बल्कि दुनिया भर में भारत की सुरक्षा को लेकर एक चिंता की लहर पैदा कर दी है। हालात की गंभीरता को देखते हुए, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे दुनिया के दो सबसे शक्तिशाली देशों ने तुरंत एक्शन लेते हुए भारत में मौजूद या यहां आने की प्लानिंग कर रहे अपने नागरिकों के लिए एक बड़ी चेतावनी जारी की है, जिसे 'ट्रैवल एडवाइजरी' कहते हैं।

इन देशों ने अपने लोगों से साफ-साफ कहा है कि अगर आप भारत में हैं, खासकर दिल्ली में, तो बेहद सावधान रहें और कुछ इलाकों में तो बिल्कुल भी न जाएं।

अमेरिका ने कहा- 'लाल किला, चांदनी चौक से दूर रहें'

दिल्ली में मौजूद अमेरिकी दूतावास ने एक अर्जेंट 'सिक्योरिटी अलर्ट' जारी किया है। इसमें अपने नागरिकों को साफ निर्देश दिए गए हैं:

सबसे पहले, धमाके वाली जगह यानी लाल किला और उसके आसपास के भीड़भाड़ वाले इलाकों जैसे चांदनी चौक की तरफ बिल्कुल न जाएं।

बाजार, टूरिस्ट स्पॉट्स और ट्रांसपोर्ट हब (जैसे मेट्रो, बस अड्डे और रेलवे स्टेशन) पर हर पल चौकन्ने रहें।

किसी भी तरह की भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें और अपने आसपास क्या हो रहा है, इस पर पूरी नजर रखें।

स्थानीय प्रशासन जो भी निर्देश दे रहा है, उसका सख्ती से पालन करें।

ब्रिटेन ने भी बजाया खतरे का अलार्म

अमेरिका की तरह ही, ब्रिटेन ने भी अपने नागरिकों के लिए एक विस्तृत चेतावनी जारी की है। ब्रिटेन सरकार ने सिर्फ दिल्ली को लेकर ही नहीं, बल्कि भारत के कुछ और हिस्सों को लेकर भी अपने लोगों को सावधान किया है:

ब्रिटेन ने साफ कहा है कि नई दिल्ली में जो हुआ, उसके बाद अतिरिक्त सावधानी बरतें।

इसके अलावा, भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के 10 किलोमीटर के दायरे में जाने से सख्त परहेज करें।

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर और पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की गैर-जरूरी यात्रा से भी बचने की सलाह दी गई है।

भारत में ब्रिटेन की उच्चायुक्त लिंडी कैमरन ने इस हमले पर गहरा दुख जताते हुए कहा, "नई दिल्ली में हुए विस्फोट से प्रभावित लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।"

इन चेतावनियों का आना यह दिखाता है कि दुनिया दिल्ली में हुए इस हमले को कितनी गंभीरता से ले रही है। यह सिर्फ हमारी आंतरिक सुरक्षा के लिए एक चुनौती नहीं है, बल्कि दुनिया की नजरों में भारत की छवि पर भी इसका गहरा असर पड़ता है।