
श्री जगन्नाथ मंदिर, पुरी से जुड़ी एक बड़ी ऑनलाइन धोखाधड़ी का पर्दाफाश हुआ है। ओडिशा पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने फर्जी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं से ठगी करने वाले दो आरोपियों को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है। इन ठगों ने श्रद्धालुओं की आस्था को अपना निशाना बनाया और गेस्ट हाउस बुकिंग के नाम पर मोटी रकम हड़प ली।
कैसे करते थे श्रद्धालुओं से ठगी?
क्राइम ब्रांच की जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने www.neeladribhaktanivas.in नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई थी।
इस वेबसाइट के जरिए पुरी के प्रसिद्ध नीलाद्रि भक्त निवास गेस्ट हाउस में रुकने के नाम पर लोगों से बुकिंग फीस वसूलते थे।
आरोपी वॉट्सएप के जरिए श्रद्धालुओं से संपर्क करते थे और उन्हें ऑनलाइन पैसे जमा कराने के लिए दबाव डालते थे।
पेमेंट के लिए एक फर्जी केनरा बैंक अकाउंट का इस्तेमाल किया जा रहा था।
क्या-क्या सामान जब्त किया गया?गिरफ्तारी के बाद क्राइम ब्रांच ने आरोपियों के पास से कई अहम सबूत बरामद किए हैं:
लैपटॉप
मोबाइल फोन
सिम कार्ड
नीलाद्रि भक्त निवास की फर्जी वेबसाइट के डिटेल्स
आधार और पैन कार्ड
होस्टिंग डिटेल्स
इन सबूतों के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।
SJTA ने जताया सीआईडी का आभार
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाढी ने ओडिशा पुलिस की सीआईडी टीम का धन्यवाद किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
"पुरी के गेस्ट हाउस की धोखाधड़ी बुकिंग मामले का भंडाफोड़ कर मंदिर के हितों की रक्षा करने के लिए ओडिशा सीआईडी का हार्दिक आभार। महाप्रभु का आशीर्वाद हमेशा आपके कार्यों का मार्गदर्शन करे।"
श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण सलाह
SJTA ने भक्तों से अपील की है कि:
गेस्ट हाउस की बुकिंग केवल अधिकृत वेबसाइट www.shreejagannath.in के जरिए करें।
किसी भी अनजान लिंक या व्हाट्सएप नंबर से बुकिंग न करें।
होटल या गेस्ट हाउस बुक करते समय वेबसाइट की प्रमाणिकता अवश्य जांचें।
ऑनलाइन बुकिंग करते समय इन बातों का रखें ध्यान
हमेशा आधिकारिक वेबसाइट से ही बुकिंग करें।
किसी अनजान खाते में पैसे न डालें।
वेबसाइट का SSL सर्टिफिकेट (https://) जरूर चेक करें।
बुकिंग से पहले गेस्ट हाउस का फोन नंबर और रजिस्ट्रेशन चेक करें।
ध्यान रखें, सावधानी ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है!
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