_1452765275.png)
Up Kiran, Digital Desk: पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण पौंग बांध से ब्यास नदी में पानी छोड़े जाने के कारण तरनतारन के चोहला साहिब मंड क्षेत्र में ब्यास नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया है, जिससे तीन गाँवों चंबा कलां, धुन ढाये वाला और कम्बोह के किसानों की 5000 एकड़ फसलें बर्बाद हो गई हैं। जिससे किसानों के चेहरों पर चिंता साफ दिखाई दे रही है। किसान सरकार से उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
लगातार हो रही बारिश के बाद पठानकोट जिले के अंतर्गत सेक्टर बमियाल के पास जलालिया नदी में भारी मात्रा में पानी आने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई। आपको बता दें कि इस नदी में सुबह करीब 7 बजे बाढ़ की स्थिति पैदा हुई। जिसके बाद पूरे इलाके में पानी ही पानी दिखाई दिया।
आपको बता दें कि इस नदी के किनारे जो भी फसलें थीं, लगभग सभी फसलें पानी में डूबी हुई दिखाई दीं। इसके अलावा, गाँव आन्याल के कुछ रिहायशी इलाकों में भी पानी घुसने की खबर सामने आ रही है।
बीती रात हो रही बारिश के कारण ज़िला पठानकोट के पहाड़ी इलाके में भूस्खलन की घटना घटी। पठानकोट डलहौज़ी चंबा राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन हुआ। पंजाब-हिमाचल सीमा पर स्थित आखिरी गाँव दुनेरा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन हुआ। इस घटना के बाद सड़क अचानक धंस गई। जिससे एक ट्रक चालक हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गया।
आपको बता दें कि इस घटना के बाद हिमाचल प्रदेश में पठानकोट डलहौज़ी राष्ट्रीय राजमार्ग का संपर्क टूट गया है। साथ ही वाहनों की लंबी कतारें भी लग गई हैं।
वहीं, पंजाब की नदियों की बात करें तो ब्यास और सतलुज नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है, जिससे गांवों के लोगों को बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इतना ही नहीं, कई जगहों पर पानी ने काफी नुकसान भी पहुँचाया है।
--Advertisement--