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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन एवं जन्तु उद्यान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.अरूण कुमार सक्सेना ने आम जनता से अपनी अपनी मां के नाम से एक पेड़ लगाने की अपील की है। डॉ.अरूण कुमार सक्सेना मंगलवार को वन विभाग मुख्यालय स्थित पारिजात सभागार में वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक का रहे थे। इस दौरान वनमंत्री ने प्रदेश के सभी जनपदों के प्रभागीय वनाधिकारी एवं चीफ कंजरवेटर से वृक्षारोपण के संबंध में जानकारी प्राप्त की।

डॉ.अरूण कुमार सक्सेना ने सभी अधिकारियों को वृक्षारोपण के पूर्व उनकी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि पौधा रोपण के साथ-साथ उनकी सुरक्षा में टेक्नोलाजी का भी प्रयोग किया जाये। पौधों ट्री-गार्ड लगाकर सुरक्षित किया जाए। स्कूलों-कॉलेजों व अन्य जगहों पर पौधरोपण से पूर्व बाउंड्री इत्यादि की पूर्ण तैयारी की जाए। पौधों को नियमित पानी देने हेतु स्थायी/अस्थायी व्यवस्था की जाय।

वन मंत्री ने कहा कि वह स्वयं समय-समय पर पौधरोपण का निरीक्षण करेंगे और कमियां पाये जाने पर संबंधित के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जायेगी। डॉ. सक्सेना ने कहा कि शहरों में स्थित पार्कों में पौधे लगाते हुए स्थानीय लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ने हेतु उनके व उनके परिवार के सदस्यों के नाम से पौधों को रोपित किया जाये, ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में आमजन की सहभागिता सुनिश्चित हो। इसके साथ ही धार्मिक स्थानों तथा स्कूल-कॉलेजों इत्यादि के परिसरों में पौधरोपण का कार्यक्रम किया जाये।

डॉ. सक्सेना ने सभी वनाधिकारियों को मीडिया बन्धुओं को मय परिवार आमन्त्रित कर पौधा लगाने हेतु आग्रह करने का निर्देश दिया। उन्होंने मुख्य पर्यटन स्थलों के वनाधिकारियों से अपने जनपदों में पर्यटन के दृष्टिगत विशेष भूमि को चिन्हित करते हुए व सड़कों एवं मिडलाइन्स स्थलों पर छायादार पौधों के साथ आयुर्वेदिक पौधरोपण को प्राथमिकता देने की अपेक्षा की है।

वन मंत्री ने कहा कि एनएचआई, पीडब्ल्यूडी, नगर विकास तथा विकास प्राधिकरण अपनी भूमि में अवश्य पौधे रोपित करें तथा सड़क के किनारे एनएचआई तथा पीडब्ल्यूडी वन विभाग के सहयोग से पौधों को लगायें। स्कूल तथा डिग्री कॉलेज के बच्चों को फलदार पौधे वन विभाग की तरफ से वितरित किये जाये। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर स्वयंसेवी संस्थाओं से भी सहयोग लेकर पौधरोपण का कार्य संपन्न किया जाये।  

समीक्षा के दौरान वन मंत्री ने देवरिया, फतेहपुर, झांसी, जालौन तथा बिजनौर की स्थिति संतोषजनक न पाये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए तीन दिनों के अन्दर अपने समक्ष एक्शन प्लान को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। इस दौरान डॉ. सक्सेना ने विशिष्ट वृक्षारोपण, विरासत वृक्ष वाटिका, वेटलैंड संरक्षण वन तथा मित्रवन के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।  
 

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