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Up Kiran, Digital Desk: नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने एक बड़ी घोषणा की है। सरकार के थिंक टैंक, नीति आयोग के पूर्व CEO और जाने-माने पूर्व IAS अधिकारी अमिताभ कांत को कंपनी के बोर्ड में बतौर एडिशनल डायरेक्टर (स्वतंत्र) शामिल किया गया है।

यह नियुक्ति नागर विमानन मंत्रालय से सुरक्षा मंजूरी मिलने के बाद की गई है। इंडिगो ने स्टॉक एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया कि अमिताभ कांत की नियुक्ति 16 सितंबर से ही प्रभावी हो गई है। वह पांच साल तक इस पद पर रहेंगे, जिसके लिए शेयरधारकों की मंजूरी ली जानी बाकी है।

कौन हैं अमिताभ कांत: अमिताभ कांत 1980 बैच के केरल कैडर के एक बेहद सम्मानित IAS अधिकारी रहे हैं। उन्हें देश की कई बड़ी और सफल सरकारी पहलों का चेहरा माना जाता है। 'मेक इन इंडिया', 'स्टार्टअप इंडिया' और 'अतुल्य भारत' (Incredible India) जैसे अभियानों को सफल बनाने के पीछे उनकी बड़ी भूमिका रही है।

नीति आयोग के CEO के तौर पर उन्होंने देश की आर्थिक और सामाजिक नीतियों को दिशा देने में महत्वपूर्ण काम किया। जी-20 में भारत के शेरपा के रूप में भी उन्होंने वैश्विक मंच पर भारत की एक मजबूत छवि पेश की।

इंडिगो के लिए यह नियुक्ति क्यों है खास?

अमिताभ कांत का इंडिगो के साथ जुड़ना एयरलाइन के लिए एक बहुत बड़ी बात है। उनका लंबा प्रशासनिक अनुभव और नीतियों की गहरी समझ इंडिगो को अपनी रणनीतियां बनाने में मदद करेगी। ऐसे समय में जब भारतीय एविएशन सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है और इसमें मुकाबला भी कड़ा होता जा रहा है, कांत का अनुभव कंपनी के लिए एक बड़ा एसेट साबित हो सकता है।

उनकी नियुक्ति को बाजार में एक पॉजिटिव संकेत के रूप में देखा जा रहा है, जो दिखाता है कि इंडिगो भविष्य के लिए एक मजबूत और अनुभवी नेतृत्व तैयार कर रही है।