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Up Kiran, Digital Desk: झारखंड की मंईयां सम्मान योजना से जुड़े हजारों वृद्ध, विधवा और निराश्रित लाभुकों के लिए यह खबर उम्मीद की नई किरण लेकर आई है। जनवरी से लाभ से वंचित चल रहे 20,100 से अधिक लाभुकों का भुगतान अब जल्द ही होने वाला है। शासन-प्रशासन की ओर से सत्यापन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और अब उनके खातों में सम्मान राशि आने की संभावनाएं तेज़ हो गई हैं।

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि यह योजना क्या है, अब तक का अपडेट क्या है, किन कारणों से लाभुकों का भुगतान रुका था और आगे क्या होने वाला है।

मंईयां सम्मान योजना: क्या है इसका उद्देश्य

झारखंड सरकार की मंईयां सम्मान योजना उन ज़रूरतमंदों को आर्थिक सहारा देने की पहल है, जो वृद्धावस्था, विधवा या किसी अन्य सामाजिक कारणों से निर्भर हो चुके हैं। इसके तहत लाभुकों को प्रति माह 2500 रुपए की सम्मान राशि दी जाती है, जिससे वे बुनियादी जरूरतें पूरी कर सकें और सम्मानजनक जीवन जी सकें।

जनवरी से बंद था भुगतान, अब खुलेगा रास्ता

जनवरी से करीब 77,000 लाभुकों का भुगतान रोक दिया गया था। इनमें से अधिकतर को दिसंबर में पहली किस्त मिली थी,  मगर फिर आगे राशि नहीं भेजी गई। अब लगातार सत्यापन के बाद इनमें से 20,100 से अधिक लाभुकों को होल्ड सूची से बाहर कर दिया गया है, यानी अब इनका भुगतान अगले एक-दो दिनों में हो सकता है।

भुगतान में देरी क्यों हुई

भले ही योजना का उद्देश्य सराहनीय है  मगर तकनीकी खामियों और डिजिटल असंगतियों के चलते बड़ी संख्या में लोगों का पैसा अटक गया। विभाग के अनुसार अधिकांश लाभुकों का आधार बैंक से लिंक नहीं था। कुछ मामलों में एक ही परिवार के तीन लोगों का एक ही बैंक खाता पाया गया। कई आधार नंबर या बैंक अकाउंट नंबर गलत दर्ज थे। डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) प्रणाली में हर लाभुक का अलग बैंक खाता अनिवार्य होता है, ताकि भुगतान में पारदर्शिता बनी रहे।

 

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