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जम्मू-कश्मीर में हाल के सालों में हुए सबसे भयानक आतंकी हमलों में से एक में 22 अप्रैल को पहलगाम के पास शांत बैसरन घाटी में बंदूकधारियों द्वारा की गई गोलीबारी में 26 लोग मारे गए। इनमें ज़्यादातर पर्यटक थे और कई अन्य घायल हो गए। अनंतनाग जिले के सुदूर ऊंचे मैदानों में हुए इस हमले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी निंदा हुई है। अमेरिका, रूस, इटली, इज़राइल और यूरोपीय संघ के साथ साथ दुनिया भर के नेताओं ने भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की है। हिंसा की निंदा की है और इंगान की गुहार लगाई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और इतालवी पीएम जॉर्जिया मेलोनी उन विश्व नेताओं में शामिल थे जिन्होंने जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और भारत के साथ एकजुटता व्यक्त की। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे।
ट्रंप से लेकर पुतिन तक कही ये बात
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात करके इस क्रूर हमले की निंदा की और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने में भारत को पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। ट्रुथ सोशल पर एक अलग पोस्ट में ट्रंप ने लिखा कि आतंकवाद के विरुद्ध भारत के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका मजबूती से खड़ा है। हमारी संवेदनाएँ आप सभी के साथ हैं!
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने कहा कि वह पहलगाम हमले से “बहुत दुखी” हैं और उन्होंने प्रभावित परिवारों, भारत सरकार और पूरे देश के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इटली इस दुख की घड़ी में भारत के साथ खड़ा है।
इजराइल के विदेश मंत्री गिदोन सा’र ने हमले की तुरंत निंदा करते हुए इसे “जघन्य” बताया। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई में इजराइल भारत के साथ एकजुट है। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना और भारतीय लोगों के प्रति समर्थन व्यक्त किया।
यूरोपीय संघ: कालास ने आतंकवाद विरोधी रुख की पुष्टि की
यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के उच्च प्रतिनिधि काजा कालास ने भी हमले की निंदा करते हुए इसे "घृणित" बताया। उन्होंने एक्स पर कहा कि हमारी गहरी संवेदनाएं पीड़ितों, उनके परिवारों और भारत के लोगों के प्रति हैं। यूरोपीय संघ आतंकवाद के विरुद्ध मजबूती से खड़ा है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी को भेजे संदेश में हमले की कड़ी निंदा की। इसे "क्रूर अपराध" बताते हुए उन्होंने कहा कि इस तरह की हिंसा का कोई औचित्य नहीं है और आश्वासन दिया कि दोषियों को सजा मिलेगी। पुतिन ने भारत के साथ आतंकवाद विरोधी सहयोग बढ़ाने के लिए रूस की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि कृपया मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करें और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करें।