Gaganyaan mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस. सोमनाथ ने भारत के उभरते अंतरिक्ष कार्यक्रम खासकर भविष्य के गगनयान मिशनों के लिए अंतरिक्ष यात्री बनने के इच्छुक लोगों के लिए आवश्यक योग्यता के बारे में विस्तार से बताया है।
सोमनाथ ने इस बात पर जोर दिया कि हालांकि अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवारों के वर्तमान समूह में कुशल वायु सेना के पायलट शामिल हैं , लेकिन अंतरिक्ष यात्री की भूमिका के लिए योग्यताओं का एक यूनिक कंबीनेशन जरुरी है।
गगनयान अंतरिक्ष यात्रियों के बारे में बोलते हुए सोमनाथ ने कहा, "सबसे पहले और सबसे जरुरी बात ये है कि वे अच्छे पायलट हैं, और इससे भी अधिक वे परीक्षण पायलट हैं, जिनमें न केवल नए पायलटों को प्रशिक्षित करने की क्षमता है, बल्कि वे हेलीकॉप्टर और लड़ाकू जेट सहित किसी भी वाहन को उड़ाने की क्षमता भी रखते हैं।
वायु सेना के पायलटों को अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवारों में कैसे ढाला गया इस बारे में बात करते हुए सोमनाथ ने कहा, "जब आप अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण के लिए आते हैं, तो ये एक अलग दुनिया होती है। आप फौजी नहीं बल्कि फिर से एक छात्र होते हैं।"
अंतरिक्ष यात्री के लिए योग्यता
अंतरिक्ष यात्री बनने के लिए आपके पास मास्टर डिग्री होनी चाहिए, खासतौर से STEM की फील्ड में। आपको दो साल का प्रशिक्षण भी पूरा करना होगा और नासा की बहुत कठिन शारीरिक परीक्षा भी पास करनी होगी। तब स्पेस में दिलचस्पी रखने वाले लोग साइंटिस्ट, इंजीनियर या अंतरिक्ष यात्री के रूप में नौकरी पा सकते हैं।
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