img

Up Kiran, Digital Desk: टीम इंडिया के स्टार तेज गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह को लेकर हाल ही में एक बयान सामने आया जिसने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। नए कोच गौतम गंभीर ने वर्कलोड मैनेजमेंट की बात करते हुए साफ किया कि बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ में सिर्फ तीन मुकाबले ही खेलेंगे। लेकिन इस "खुलासे" पर पूर्व सलामी बल्लेबाज़ और मौजूदा क्रिकेट विश्लेषक आकाश चोपड़ा ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

बात छुपाकर रखनी चाहिए थी- चोपड़ा

अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए चोपड़ा ने कहा कि ऐसी रणनीतिक जानकारी को सार्वजनिक करना सही नहीं है। उनका मानना है कि इस तरह की बातें विपक्षी टीम को मानसिक बढ़त दे सकती हैं।

चोपड़ा ने कहा कि जब आप खुद यह बता देते हैं कि बुमराह केवल तीन टेस्ट ही खेलेंगे, तो इंग्लैंड जैसी टीम इसके अनुसार अपनी योजना बना सकती है। यह जरूरी नहीं था। अगर आपने यह नहीं बताया होता, तो वे अनुमान लगाते रहते कि वह कब खेलेंगे और कब नहीं।

एक रणनीतिक गलती

चोपड़ा का तर्क है कि भारत को यह जानकारी केवल अपनी टीम तक सीमित रखनी चाहिए थी। उनका मानना है कि बुमराह जैसे खिलाड़ी की उपलब्धता एक ‘साइकोलॉजिकल एडवांटेज’ होती है, जिसे इस तरह से पहले ही उजागर कर देना विपक्ष को ताकत देता है।

 

--Advertisement--