
Up Kiran, Digital Desk: मॉनसून का मौसम अपने साथ भले ही राहत और हरियाली लाता है, लेकिन यह कई बीमारियों और संक्रमणों का खतरा भी बढ़ा देता है। बढ़ी हुई नमी, तापमान में बदलाव और वातावरण में मौजूद कीटाणु हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को चुनौती देते हैं। ऐसे में, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां हमारी 'इम्यूनिटी शील्ड' बनकर इन बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकती हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के बारे में, जिन्हें आपको इस मॉनसून में अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए:
तुलसी (Holy Basil): तुलसी को आयुर्वेद में 'जड़ी-बूटियों की रानी' कहा जाता है। यह एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है। मॉनसून में यह सर्दी, खांसी, बुखार और गले में खराश जैसी आम समस्याओं से बचाने में बेहद प्रभावी है।
कैसे इस्तेमाल करें: तुलसी की कुछ पत्तियों को चाय में या गर्म पानी में उबालकर पिएं। सुबह खाली पेट चबाना भी फायदेमंद है।
गिलोय (Guduchi): गिलोय को 'अमृत वल्ली' भी कहते हैं, क्योंकि यह बीमारियों के खिलाफ एक शक्तिशाली कवच है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, बुखार से लड़ने में मदद करता है और शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है।
कैसे इस्तेमाल करें: गिलोय का रस, टैबलेट या काढ़ा बनाकर सेवन कर सकते हैं।
अश्वगंधा (Indian Ginseng): यह एक एडाप्टोजेनिक जड़ी बूटी है, जो शरीर को तनाव से निपटने में मदद करती है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करती है। मॉनसून में होने वाले थकान और तनाव को कम करने में भी यह सहायक है।
कैसे इस्तेमाल करें: अश्वगंधा पाउडर को दूध के साथ या टैबलेट के रूप में ले सकते हैं।
हल्दी (Turmeric): हल्दी सिर्फ एक मसाला नहीं, बल्कि एक शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट एजेंट है। इसमें मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है।
कैसे इस्तेमाल करें: गर्म दूध में हल्दी मिलाकर (गोल्डन मिल्क) पिएं या इसे अपने भोजन में शामिल करें।
अदरक (Ginger): अदरक अपने गर्म और औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है। यह पाचन में सुधार करती है, सूजन कम करती है और सर्दी-खांसी जैसे श्वसन संबंधी संक्रमणों से राहत दिलाती है।
कैसे इस्तेमाल करें: अदरक की चाय, काढ़ा या इसे भोजन में मसाले के रूप में उपयोग करें।
नीम: नीम अपने एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों के लिए प्रसिद्ध है। मॉनसून में त्वचा संबंधी संक्रमणों और एलर्जी का खतरा बढ़ जाता है, ऐसे में नीम खून को साफ करने और त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
कैसे इस्तेमाल करें: नीम का काढ़ा, कैप्सूल या इसकी पत्तियों को पीसकर पेस्ट के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
आंवला (Indian Gooseberry): विटामिन सी का एक समृद्ध स्रोत, आंवला एक उत्कृष्ट एंटीऑक्सीडेंट है जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। यह शरीर को संक्रमणों से लड़ने की शक्ति देता है और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करता है।
कैसे इस्तेमाल करें: ताजा आंवले का सेवन करें, इसका रस पिएं या आंवला पाउडर को पानी में मिलाकर लें।
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