जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में बचे पीड़ितों की दर्दनाक कहानियां सामने आ रही हैं। इस हमले में कर्नाटक से आई एक महिला पर्यटक पल्लवी ने अपने पति को खो दिया। वह खुद हमले से किसी तरह बच निकलने में सफल रहीं। पल्लवी ने बताया कि आतंकियों ने हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाकर हमला किया और उनके समूह पर सुनियोजित तरीके से गोलियां चलाईं।
हमला बेहद भयावह था
पल्लवी ने आंखों देखा मंजर साझा करते हुए कहा कि हमला बेहद भयावह था। “मैंने उनसे कहा कि तुमने मेरे पति को मार दिया, अब मुझे भी मार दो,” पल्लवी ने बताया। लेकिन एक आतंकी ने जवाब दिया—“तुझे नहीं मारूंगा, जा मोदी को बता देना।” उनका यह बयान इस हमले के पीछे छिपी सोची-समझी साजिश को उजागर करता है।
तीन से चार आतंकी शामिल थे
हमले में तीन से चार आतंकी शामिल थे, जिन्होंने पर्यटकों के एक समूह पर हमला कर दिया। इस हमले में पल्लवी के पति की मौके पर ही मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना ने स्थानीय प्रशासन और केंद्र सरकार को भी झकझोर कर रख दिया है।
शव को जमीन के रास्ते लाना संभव नहीं
पल्लवी ने प्रशासन से अपील की है कि उनके पति का शव जल्द से जल्द उनके गृह नगर कर्नाटक के शिवमोगा भेजा जाए। उन्होंने बताया कि पहलगाम की जिस घाटी में हमला हुआ, वहां से शव को नीचे लाना काफी मुश्किल है। “शव को जमीन के रास्ते लाना संभव नहीं, इसे एयरलिफ्ट कर लाना होगा,” पल्लवी ने आग्रह किया। इस अपील के बाद सोशल मीडिया पर भी लोग उनके समर्थन में आवाज उठा रहे हैं।
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने कड़ा रुख अपनाया है। पीएम मोदी ने कहा कि इस हमले में शामिल आतंकियों को छोड़ा नहीं जाएगा और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। गृह मंत्री शाह श्रीनगर पहुंचे और वहां सुरक्षा हालात की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
_338894234_100x75.png)
_2118751694_100x75.png)

_1829350560_100x75.png)
