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Up Kiran, Digital Desk: भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने की दिशा में अब एक और अहम कदम उठाया गया है। जहां केंद्र सरकार पहले ही आयुष्मान भारत योजना के तहत राशन कार्ड धारकों को पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज दे रही थी, वहीं अब राज्य सरकारें भी सक्रिय हो गई हैं। खासकर उन बुज़ुर्गों और गरीबों के लिए जिनके पास अब तक आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाया था।
मुफ्त इलाज की दिशा में बड़ा कदम
आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत केंद्र सरकार ने देश के करोड़ों गरीबों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए की थी। इसका मकसद यह था कि कोई भी व्यक्ति सिर्फ पैसों की कमी के चलते इलाज से वंचित न रह जाए। इस योजना के तहत हर पात्र परिवार को सालाना ₹5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलता है।
लेकिन हकीकत ये थी कि बड़ी तादाद में ऐसे लोग अभी भी योजना के दायरे में नहीं आ पाए थे, जिनके पास राशन कार्ड होते हुए भी आयुष्मान कार्ड नहीं बन सका था। खासकर बुजुर्गों और ग्रामीण इलाकों के गरीबों के लिए यह एक बड़ी समस्या बन गई थी।
70 वर्ष से ऊपर सभी को मिलेगा आयुष्मान कार्ड
स्थिति को गंभीरता से लेते हुए अब राज्य सरकार ने पहल की है। नया निर्णय यह लिया गया है कि 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को आयुष्मान कार्ड दिया जाएगा, चाहे उनके पास राशन कार्ड हो या न हो। ये सिर्फ घोषणा तक सीमित नहीं, बल्कि जमीनी स्तर पर लागू भी हो रहा है।
राज्य सरकार ने 26 से 28 मई तक विशेष अभियान चलाकर उन सभी जरूरतमंदों का आयुष्मान कार्ड बनवाने का लक्ष्य रखा है, जिनका अब तक यह कार्ड नहीं बन पाया है।
कहां बनेंगे आयुष्मान कार्ड
सरकार ने कार्ड निर्माण के लिए कई स्थलों को चिन्हित किया है। पंचायत भवन, शहरी निकाय के वार्ड कार्यालय, महादलित टोलों में, सरकारी अस्पतालों के डिजिटल काउंटर/आयुष्मान काउंटर, कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) और प्रखंड कार्यालय कार्ड बनाया जाएगा। ये अभियान खासकर उन लोगों के लिए है जिनका कार्ड पहले नहीं बन पाया या जिन्हें जानकारी की कमी के चलते इसका लाभ नहीं मिल सका।
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