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Up Kiran, Digital Desk: 35 वर्षीय चेक टेनिस स्टार पेत्रा क्वितोवा (Petra Kvitova) ने आखिरकार टेनिस कोर्ट को अलविदा कह दिया। दो बार की विंबलडन चैंपियन और 31 WTA खिताब जीत चुकीं क्वितोवा ने यूएस ओपन 2025 में अपने आखिरी मैच के बाद भावुक बयान दिया।

आखिरी मैच में निराशाजनक हार

यूएस ओपन के पहले दौर में क्वितोवा अपनी फ्रांसीसी प्रतिद्वंद्वी से सीधे सेटों (6-1, 6-0) से हार गईं। उन्होंने पहले ही ऐलान कर दिया था कि यह टूर्नामेंट उनके करियर का आखिरी पड़ाव होगा।

हालाँकि कोविड-19 से उबरने के बाद वह पूरी तरह फिट नहीं थीं, फिर भी उन्होंने कहा:
“मैं सीज़न का अंत ग्रैंड स्लैम के साथ करना चाहती थी, न कि इसलिए कि कोविड ने मुझे रोक दिया।”

क्वितोवा का सुनहरा करियर

2006: आईटीएफ सर्किट पर करियर की शुरुआत।

2011: विंबलडन जीतकर 1990s में जन्मी पहली खिलाड़ी बनीं जिसने महिला एकल ग्रैंड स्लैम जीता।

2014: दूसरी बार विंबलडन चैंपियन (यूजिनी बूचार्ड को हराया)।

2023: बर्लिन में अपना आखिरी WTA खिताब जीता।

2016 रियो ओलंपिक: कांस्य पदक अपने नाम किया।

कुल मिलाकर 31 WTA सिंगल्स टाइटल्स और लगातार कई सीज़न टॉप-10 में जगह बनाई।

क्वितोवा का भावुक बयान

मैच के बाद उन्होंने कहा:
“मैं कभी वर्ल्ड नंबर 1 नहीं बनी, लेकिन मेरे दो विंबलडन खिताब किसी भी नंबर 1 रैंकिंग से बड़े हैं।”
“मुझे गर्व है कि मैंने दबाव और चोटों को झेलते हुए लंबे समय तक टॉप-10 में जगह बनाई।”

टेनिस से विदाई, लेकिन यादें हमेशा रहेंगी

क्वितोवा ने कहा कि उन्हें खेल की सबसे ज्यादा याद आएगी:
“टेनिस खूबसूरत खेल है। कोर्ट पर आपकी जीत या गलती सिर्फ आपकी होती है, यही इसकी असली खूबसूरती है।”

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