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Up Kiran, Digital Desk: राजस्थान की जनजातीय बेटियों के लिए एक नई उम्मीद की किरण सामने आई है। राज्य सरकार ने पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटी जनजातीय छात्राओं के लिए जयपुर में विशेष आवास और कोचिंग की सुविधा शुरू की है। यह पहल ना सिर्फ बेटियों को सशक्त बनाएगी, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव भी लाएगी।

जयपुर में फ्री हॉस्टल और भोजन, अब चिंता नहीं सिर्फ पढ़ाई

जयपुर के जनजाति भवन में स्थापित शिक्षा कौशल प्रशिक्षण एवं ट्रेनिंग सेंटर में अब जनजातीय वर्ग की छात्राओं को पूरी तरह निशुल्क रहने और खाने की सुविधा दी जा रही है। यहां IIT, JEE, NEET 2026 जैसी अहम प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी कर रहीं छात्राएं पूरी तन्मयता से पढ़ाई कर सकेंगी।

केवल चयनित छात्राओं को ही मिलेगा प्रवेश, जानिए शर्तें

इस योजना का लाभ सिर्फ उन्हीं छात्राओं को मिलेगा जो मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना में पहले से चयनित हैं और वर्ष 2026 में होने वाली प्रमुख परीक्षाओं की तैयारी कर रही हैं। इसके अलावा कुछ विशेष शर्तें भी लागू हैं:

अभिभावक जयपुर में ना रहते हों

परिवार आयकरदाता ना हो

जयपुर से 20 किलोमीटर के दायरे में स्वयं का मकान ना हो

BPL, अनाथ और विधवा महिलाओं की बेटियों को प्राथमिकता

इस योजना में बीपीएल परिवार, दिव्यांग, अनाथ बच्चियां और विधवा महिलाओं की बेटियां पहले नंबर पर रहेंगी। योजना में प्रवेश के लिए मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी जो 10वीं कक्षा या स्नातक स्तर पर प्राप्त अंकों पर आधारित होगी।

मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना से जुड़ी कोचिंग ही मान्य

यह सुविधा उन्हीं छात्राओं को दी जाएगी जो जयपुर के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों से मुख्यमंत्री अनुप्रति योजना के अंतर्गत कोचिंग ले रही हैं। छात्रावास में अधिकतम एक परिवार से दो बेटियों को ही रहने की अनुमति दी जाएगी।

राजकीय कर्मचारी और कुछ वर्गों को नहीं मिलेगा प्रवेश

राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि राजकीय सेवा में कार्यरत कर्मचारियों की संतानों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा, सिर्फ चतुर्थ श्रेणी या उनके समकक्ष कर्मचारियों की बेटियां ही अपवाद होंगी।

सीटों का आरक्षण भी तय, सहरिया क्षेत्र को विशेष दर्जा

छात्रावास में 70% सीटें अनुसूचित क्षेत्रों, 25% गैर-अनुसूचित क्षेत्रों और 5% सहरिया क्षेत्र की छात्राओं के लिए आरक्षित रखी गई हैं। खास बात यह है कि अनुसूचित और सहरिया क्षेत्र की खाली सीटों को अन्य क्षेत्रों से नहीं भरा जाएगा।

परीक्षा में असफलता के बाद भी मिलेगा दूसरा मौका

जो छात्राएं पहली बार में IIT, JEE, NEET जैसी परीक्षाओं में सफल नहीं हो पातीं, उन्हें एक और मौका दिया जा सकता है। यदि वे पुनः तैयारी करना चाहें तो हॉस्टल में दोबारा प्रवेश का विकल्प खुला रहेगा।