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Up Kiran, Digital Desk: गुंटूर के जिलाधिकारी (Collector) एम. वेणुगोपाल रेड्डी ने जिले के सभी बैंकों को स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के ऋण आवेदनों को मंजूरी देने के लिए नए 'डिजिटल माइक्रो क्रेडिट प्लान' (Digital MCP) पोर्टल का उपयोग करने का निर्देश दिया है।

शुक्रवार को उन्होंने जिला सलाहकार समिति (DCC) और जिला स्तरीय समीक्षा समिति (DLRC) की बैठक की अध्यक्षता की। इस अवसर पर बोलते हुए, कलेक्टर ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए जिले में स्वयं सहायता समूहों को 2,367 करोड़ रुपये का ऋण देने का लक्ष्य रखा गया है।

उन्होंने कुछ बैंकों द्वारा ऋण स्वीकृत करने की धीमी गति पर असंतोष व्यक्त किया और प्रक्रिया में तेजी लाने के सख्त निर्देश दिए। कलेक्टर ने जोर देकर कहा कि स्वयं सहायता समूहों को ऋण उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस काम में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

उन्होंने अधिकारियों को बताया कि अब से, बैंकों को ऋण स्वीकृत करने के लिए पूरी तरह से डिजिटल MCP पोर्टल पर ही निर्भर रहना होगा। इस नई प्रणाली को ऋण प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, तेज और कुशल बनाने के लिए लागू किया गया है।

इस बैठक में लीड बैंक मैनेजर रामबाबू, नाबार्ड के डीडीएम पार्थसारथी, आरबीआई के एलडीओ सुब्रमण्यम, मेपमा के पीडी वेंकटेश्वर राव और सर्प के पीडी युगांधर भी शामिल हुए।

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