
internal strife in israel: हमास के खिलाफ जारी युद्ध के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक ऐसा कदम उठाया है, जिसने देश की सियासत में भूचाल ला दिया है। उनकी कैबिनेट ने सर्वसम्मति से इजरायल की आंतरिक सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के चीफ रोनेन बार को पद से हटाने का फैसला किया है। इस फैसले से अमेरिका हैरान है और हमास को फायदा हो सकता है।
ये फैसला ऐसे मौके पर आया जब इजरायल गाजा में हमास और अन्य मोर्चों पर दुश्मनों से लड़ रहा है। इस कदम से विपक्ष भड़क उठा है और सड़कों पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। नेतन्याहू के इस निर्णय को राजनीतिक हितों से प्रेरित बताते हुए इसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया जा रहा है।
21 मार्च सवेरे लिए गए इस फैसले के बाद विपक्षी दलों ने नेतन्याहू पर हमला बोल दिया। विपक्षी नेता याइर लैपिड की पार्टी ‘येश अतीद’ ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। उनका कहना है कि ये फैसला पीएम के निजी हितों और उनके गलतियों की जांच को दबाने की साजिश है। दरअसल, शिन बेट नेतन्याहू के करीबी सहयोगियों की कथित तौर पर कतर से जुड़े वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही थी।
जानें क्या है शीन बेट
शिन बेट को आधिकारिक तौर पर शाबाक (SHABAK) भी कहते हैं। ये इजरायल की आंतरिक सुरक्षा का मजबूत स्तंभ है। सन् 1948 में स्थापित ये एजेंसी आतंकवाद, जासूसी और संगठित अपराध से निपटने के लिए जानी जाती है। ये सीधे प्रधानमंत्री के अधीन काम करती है और इसका मुख्यालय तेल अवीव में है।