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Up Kiran, Digital Desk: दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को लगातार हो रही बारिश ने आम जनता की दिनचर्या पर गहरा असर डाला है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, भारी बारिश का सिलसिला पूरे दिन जारी रहने की संभावना है, जिससे लोगों को खासा संकट झेलना पड़ रहा है।

शहरों में भरे पानी की वजह से दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद की मुख्य सड़कों पर जलभराव हो गया है, जिससे वाहन चलाना बेहद मुश्किल हो गया है। सुबह अपने काम पर जाने वाले लोग इस वजह से ट्रैफिक जाम में फंसे हुए हैं और उनकी आवाजाही बाधित हो रही है।

मौसम विभाग ने यह भी जानकारी दी है कि यह बारिश का दौर 17 अगस्त तक जारी रह सकता है, इसलिए क्षेत्रवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

उत्तराखंड में बढ़ा खतरा, जारी रेड अलर्ट

उत्तराखंड में अगले पांच दिनों का मौसम बेहद महत्वपूर्ण होगा। मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही, राज्य की आपदा प्रबंधन टीम पूरी तरह सतर्क है और आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

सरकार ने जनता को नदियों और अन्य जल स्रोतों के पास जाने से बचने की चेतावनी दी है। कई जिलों में प्रशासन ने भी सुरक्षा संबंधी निर्देश जारी किए हैं और आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराए गए हैं ताकि जरूरतमंदों को तुरंत सहायता मिल सके।

बिहार में बाढ़ का कहर जारी

बिहार में नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे कई नीचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। भागलपुर जिले में बाढ़ ने कई बस्तियों को अपने पानी में डुबो दिया है, जहां 20 से अधिक घर पूरी तरह तबाह हो चुके हैं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है और बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।

केदारनाथ यात्रा पर बारिश का साया

उत्तराखंड में भारी बारिश की संभावना के चलते सोमवार को केदारनाथ यात्रा तीन दिनों के लिए स्थगित कर दी गई। देहरादून के मौसम केंद्र ने 12, 13 और 14 अगस्त को प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने और पूरी तत्परता के साथ काम करने के निर्देश दिए हैं।

पूरे देश में मॉनसून की अनियमित बारिश

इस साल के मॉनसून में भारत ने कुल मिलाकर सामान्य बारिश प्राप्त की है, लेकिन राज्यों के बीच बारिश का वितरण समान नहीं रहा। IMD के आंकड़ों के अनुसार, 1 जून से 10 अगस्त के बीच देश में 539 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई, जो दीर्घकालिक औसत (535.6 मिलीमीटर) से लगभग 1 प्रतिशत अधिक है।

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