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Up Kiran, Digital Desk: शनिवार को दिल्ली और आसपास के इलाकों में झमाझम बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। भारी बारिश के चलते राजधानी के कई हिस्सों में सड़कों पर पानी भर गया, जिससे यातायात में बाधा उत्पन्न हुई और भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) को राजधानी के लिए रेड अलर्ट घोषित करना पड़ा।

किन इलाकों में हुआ जलभराव?

तेज़ बारिश ने दिल्ली के कुछ प्रमुख इलाकों को बुरी तरह प्रभावित किया। आरके पुरम, शास्त्री भवन, मोती बाग, किदवई नगर, भारत मंडपम के पास का क्षेत्र और मथुरा रोड जैसे स्थानों से जलभराव की खबरें सामने आईं। लोगों को कार्यालय और अन्य जगहों तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

तापमान और नमी की स्थिति

मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली में अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री के आसपास बना रहेगा। हालांकि, बीते 24 घंटों के दौरान बारिश दर्ज नहीं की गई थी। सुबह और शाम के समय वातावरण में नमी क्रमश: 69 और 56 प्रतिशत रही।

हवाई यातायात भी प्रभावित

हवा में उड़ान भरने वाली विमान सेवाएं भी मौसम के इस मिज़ाज से नहीं बच पाईं। शनिवार सुबह, फ्लाइटराडार से मिली जानकारी के अनुसार, राजधानी के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 100 से ज़्यादा उड़ानों में देरी हुई। शुक्रवार देर रात एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से यात्रियों को एडवाइजरी जारी की गई, जिसमें कहा गया कि सभी ज़रूरी टीमें मिलकर यात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाने में लगी हुई हैं।

एयरपोर्ट प्रशासन ने यह भी कहा कि जो भी यात्री अपनी उड़ानों को लेकर जानकारी चाहते हैं, वे संबंधित एयरलाइंस से संपर्क करें।

क्या रहेगा आगे का मौसम?

आईएमडी की भविष्यवाणी के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक दिल्ली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। 14 अगस्त तक तापमान 23 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच बने रहने की संभावना है।

स्काईमेट का पूर्वानुमान

मौसम पर नज़र रखने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वेदर ने यह जानकारी दी है कि उत्तर प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी हिस्से में एक सर्कुलेशन बनने की उम्मीद है, जिससे मानसूनी रेखा दिल्ली के करीब खिंच सकती है। हालांकि, एजेंसी ने यह भी जोड़ा कि इस सर्कुलेशन को अन्य सिस्टम्स से कोई खास समर्थन नहीं मिल रहा है, इसलिए व्यापक बारिश की संभावना नहीं है।

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