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Up Kiran, Digital Desk: राजधानी देहरादून समेत पूरे प्रदेश में बुधवार का दिन एक भावनात्मक रोलरकोस्टर की तरह रहा। सुबह से ही सूरज की तपिश और हवा में तैरती नमी ने लोगों की साँसें भारी कर दी थीं। उमस से चिपचिपाता शरीर, ट्रैफिक की थकान और आसमान की खामोश निगाहें मानो पूरा शहर पसीने से लथपथ इंतज़ार कर रहा था उस एक बूँद के गिरने का, जो राहत लेकर आए।
और फिर दोपहर बाद जैसे ही घने बादल आकाश में धीरे-धीरे पसरने लगे, लोगों ने राहत की सांस ली। कुछ ही पलों में बादलों ने अपना मूड बदला और झमाझम बारिश ने पूरे शहर को अपनी बाहों में भर लिया। तीन घंटे तक लगातार बरसती बूंदों ने तपती सड़कों को ठंडक दी, पेड़ों की पत्तियाँ नहाकर हरी हो गईं और लोगों के चेहरों पर एक सुकून भरी मुस्कान लौट आई।
बारिश के इस स्वागतयोग्य आगमन ने केवल मन को ठंडक नहीं दी बल्कि तापमान में भी गिरावट दर्ज कराई। मंगलवार की तुलना में बुधवार को देहरादून में अधिकतम तापमान 1.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री तक गिर गया। बुधवार को दून का अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24.7 डिग्री रहा। मौसम विभाग का अनुमान है कि आज न्यूनतम तापमान में और 1.7 डिग्री की गिरावट हो सकती है, जबकि अधिकतम तापमान स्थिर रह सकता है।
देहरादून और हरिद्वार की गलियों से लेकर नैनीताल की पहाड़ियों तक ये बारिश सिर्फ मौसम का बदलाव नहीं थी ये मानो प्रकृति की ओर से भेजी गई एक भावनात्मक चिट्ठी थी, जो हर तपते दिल को भिगो गई। बच्चों ने स्कूल की छतों से हाथ फैलाकर बूंदों का स्वागत किया, ऑफिस से लौटते लोगों ने अपनी रफ़्तार धीमी की और पहली बार मौसम को नज़रों से निहारा।
हालांकि, ये राहत कुछ ज़िलों के लिए एक चेतावनी भी लेकर आई है। मौसम विज्ञान विभाग ने देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर, पौड़ी, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है। विभाग ने गर्जना के साथ तीव्र से अति तीव्र बारिश और 30 से 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलने वाली हवाओं की संभावना जताई है।
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