israel hezbollah war: यहूदी देश इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच हाल ही में हालात बिगड़ गए है। इजरायल ने हिजबुल्लाह के अड्डों पर हमले किए हैं, जिसके जवाब में हिजबुल्लाह ने करीब 150 ड्रोन और रॉकेटों से हमला किया। हिजबुल्लाह ने दावा किया है कि ये हमले बीते महीने मारे गए कमांडर फुआद शुकर की हत्या का बदला हैं। इजरायल ने पहले ही चेतावनी दी थी कि हिजबुल्लाह हमला कर सकता है, जिससे सवाल उठता है कि हिजबुल्लाह इजरायल का सामना करने के लिए कितना सक्षम है।
इन हथियारों की वजह से बेखौफ है हिजबुल्लाह
हिजबुल्लाह की स्थापना 1982 में लेबनान के गृहयुद्ध के दौरान हुई थी, और इसे ईरान का पूरा समर्थन प्राप्त है, जो इसे हथियार और ट्रेनिंग प्रदान करता है।
हिजबुल्लाह के पास 500 किमी तक मारक क्षमता वाली मिसाइलें, सटीक हमला करने वाले रॉकेट और ड्रोन हैं। इसके पास लगभग 1 लाख से 1.5 लाख रॉकेट्स का भंडार है और इसके सबसे घातक ड्रोन दो हजार किमी तक उड़ सकते हैं। हिजबुल्लाह के पास 1 लाख तक लड़ाकों की फौज है, जिसमें 20 हजार सक्रिय और 30 हजार रिजर्व सैनिक शामिल हैं।
इन सब के मुकाबले इजरायल की सेना हिजबुल्लाह की तुलना में कहीं ज्यादा सुसज्जित और बड़ी है। लेकिन हिजबुल्लाह के पास आधुनिक और घातक हथियार हैं, इजरायल की तुलना में उसकी सैन्य क्षमता और संसाधन सीमित हैं।
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