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RG Kar Hospital: आरजी कर अस्पताल के सहायक अधीक्षक द्वारा पीड़िता के माता-पिता को की गई कॉल का ऑडियो एक मीडिया चैनल को मिला है, जिसमें अस्पताल के कर्मचारी पीड़िता की मां को बता रहे हैं कि उनकी बेटी के साथ कुछ हुआ है। इस ऑडियो कॉल से पता चलता है कि अस्पताल प्रबंधन ने असल घटना को छिपाने की कोशिश की, जिससे डॉक्टरों और समाज के अन्य वर्गों के बीच देशव्यापी आक्रोश फैल गया।

ऑडियो क्लिप में अस्पताल के कर्मचारी को असली घटना को छिपाते हुए सुना जा सकता है। जब उससे पूछा गया कि उसके साथ वास्तव में क्या हुआ, तो कर्मचारी ने कोई जवाब नहीं दिया और सवाल से बचने की कोशिश की, मगर जब माँ ने ज़ोर देकर पूछा कि उसकी बेटी के साथ क्या हुआ और क्या उसे बुखार था, तो कर्मचारी ने कहा कि उसकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है और उसे जल्द से जल्द अस्पताल आने के लिए कहा।

जब तक उसके माता-पिता को फोन किया गया, तब तक पीड़िता की मौत हो चुकी थी, मगर स्टाफ ने सिर्फ इतना कहा कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है और उन्हें अस्पताल आना चाहिए।

ट्रेनी डॉक्टर की मौत सवेरे तीन से चार बजे के बीच हुई जबकि माता-पिता को पहला कॉल 9 अगस्त की सुबह 10:53 बजे किया गया था। पहले कॉल में बताया गया कि आपकी बेटी की तबीयत खराब है। पहले कॉल में लड़की के माता-पिता को उनकी बेटी की हालत के बारे में झूठ बताया गया। थोड़ी देर बाद दूसरा कॉल किया गया। जिस कॉल में डॉक्टर ने बेटी के माता-पिता को बताया कि उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है।

इस बीच, मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा की जा रही है।

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