Up Kiran, Digital Desk: जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में मध्य प्रदेश के रीवा में एक कार्यक्रम के दौरान भारत की सुरक्षा और राष्ट्रीय रक्षा रणनीति पर अपनी महत्वपूर्ण टिप्पणियां साझा कीं। उन्होंने खास तौर पर ज़ोर दिया कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सशस्त्र बलों को पहले कभी नहीं दी गई संचालनात्मक स्वतंत्रता प्राप्त हुई है। यह नई दृष्टि केवल सैनिकों के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बन चुकी है।
प्रधानमंत्री मोदी का निर्णायक नेतृत्व
जनरल द्विवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को विशेष रूप से सराहा। उनके मुताबिक, यह स्पष्टता और दूरदर्शिता थी जिसने भारतीय सेना को अपनी रणनीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करने का अवसर दिया। जनरल द्विवेदी ने कहा इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने सेनाओं को इतनी आज़ादी दी है। उनका मानना है कि यह स्वतंत्रता भारतीय सेनाओं के लिए सफलता की कुंजी बन गई और इसी कारण ऑपरेशन सिंदूर जैसी महत्वपूर्ण विजय संभव हो पाई।
सुरक्षा परिप्रेक्ष्य: ऑपरेशन सिंदूर की अहमियत
ऑपरेशन सिंदूर, जो कि भारतीय सेना की एक बड़ी सफलता थी, को जनरल द्विवेदी ने केवल एक सैन्य अभियान के तौर पर नहीं देखा। इसके पीछे भारत की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा का उद्देश्य था। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस ऑपरेशन का नामकरण हुआ और इसे भारतीय संस्कृति से गहरे जुड़ा हुआ बताया। "सिंदूर" नाम भारतीय परंपरा में न केवल सौभाग्य का प्रतीक है, बल्कि यह सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए एक प्रार्थना का रूप है।
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